भिंड। ज़िला अस्पताल में एक नर्स की लापरवाही और संवेददनहीनता ने एक नवजात की जान ले ली. पीड़ित परिजनों का आरोप है कि प्रसूता की डिलीवरी के लिए अस्पताल के नर्स ने 5 हजार की मांग की थी, और नहीं देने पर जिला अस्पताल के दरवाजे पर प्रसव ने बच्चे को जन्म दिया, जिसकी ठंड से मौत हो गयी. अब मामले में अस्पताल प्रबंधन जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहा है.
हॉस्पिटल गेट पर डिलीवरी
परिजन के मुताबिक, दर्द से बिलखती प्रसूता का अस्पताल परिसर में ही प्रसव हो गया लेकिन कोई भी नर्स उनकी मदद को नहीं आई. कुछ देर में ही नवजात की ठंड और इलाज के अभाव में मौत हो गयी. पीड़ित की सास का कहना था कि वे सिर्फ पेट दर्द होने पर दिखाने आये थे, साथ में कपड़े तक नहीं लाए थे. लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया. उनका कहना है कि अगर उनके पास 5 हज़ार रूपये होते तो शायद उनके घर का चिराग आज जिंदा होता. परिजन ने मामले में पुलिस में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.
3 सदस्यीय जांच टीम गठित
इस पूरे मामले में जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ अनिल गोयल का कहना है कि मामला गंभीर है. उनके मुताबिक डॉक्टर ने उन्हें बताया था कि प्रसूता का गर्भ 6 माह का था. परिजन उसे प्राइवेट अस्पताल में ले जा रहे थे इसी बीच उसकी डिलीवरी हो गयी और बच्चे की मौत हो गयी. हालांकि परिजनों के आरोपों को देखते हुए 3 सदस्यी जांच दल गठित कर दिया गया है जो बच्चे के पोस्टमार्टम के बाद अपनी जांच पूरी करेगा, मामले में अगर किसी की गलती पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. (Negligence in Bhind District Hospital)