भिंड। जिले के करीब 24 युवाओं को महाराष्ट्र के कल्याण इलाके में बंधक बनाने का मामला सामने आया है. मामले का खुलासा बंधक युवाओं द्वारा सोशल मीडिया पर सीएम शिवराज सिंह चौहान को एक वीडियो के जरिए मदद की गुहार लगाते हुए जारी करने पर हुआ. इन युवाओं ने एक वीडियो भिंड कलेक्टर को भी भेजा था. जिसके आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एसपी मनोज सिंह द्वारा कल्याण पुलिस से बात की गई. जिसके बाद इन युवाओं को आजाद करा लिया गया. जल्द ही इन मजदूर युवाओं को महाराष्ट्र से वापस भिंड लौटने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है.
नौकरी के नाम पर बनाया महाराष्ट्र में बंधक
जानकारी के मुताबिक बंधक बनाए गए युवा अटेर क्षेत्र के दतावली और फूट क्षेत्र के रहने वाले हैं. 24 मजदूरों को रतनपुरा ग्राम पंचायत के ठेकेदार द्वारा बिरला वन्या कंपनी में नौकरी दिलाने के बहाने महाराष्ट्र के कल्याण ले जाया गया था. हफ्ते भर बाद जब इन युवाओं ने एडवांस पैसा मांगा तो ठेकेदार और उसके साथी द्वारा पैसा देने से मना कर दिया गया. जिसके बाद दोनों पक्षों में विवाद की स्थिति बन गई.
जान से मारने की दी धमकी
बंधकों द्वारा बताया गया कि आरोपी ठेकेदार अनिल यादव ने मुंबई निवासी एक अन्य ठेकेदार अनमास की मदद से सभी युवाओं को बंधक बना लिया. उन्होंने घर वापस भेजने के बदले 10 हजार रुपय की मांग की. वहीं पैसे नहीं देने पर बंधक बनकर काम करते रहने की सलाह देते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी तक दे डाली.
वीडियो के जरिए सीएम से लगाई थी गुहार
हताश और सहमे हुए इन युवा मजदूरों ने किसी तरह सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज से मदद की गुहार लगाते हुए, एक वीडियो पोस्ट किया. यह वीडियो भिंड कलेक्टर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत तक भी पहुंचा. जिसके बाद उन्होंने तुरंत भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह से इस संबंध में चर्चा की और महाराष्ट्र की कल्याण पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया. साथ ही लेबर डिपार्टमेंट की मदद से पुलिस ने बंधक बनाए गए मजदूर युवाओं को मुक्त करा लिया गया है. भिंड कलेक्टर ने बताया कि जल्द ही इन युवाओं को वापस भिंड लाने की व्यवस्था की जा रही है.