भिंड। मध्य प्रदेश में उपचुनाव के मतदान के बाद राजधानी भोपाल में सियासी हलचल तेज है, जहां बसपा विधायक बीजेपी के दिग्गजों से मिलने पहुंचे तो वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने कांग्रेसी विधायकों की बाड़ी बंदी शुरू कर दी है. उन्होंने सभी कांग्रेसी विधायकों को मतगणना से पहले ही भोपाल तलब किया है. जिसपर कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस सरकार बनाने की जद्दोजहद और रणनीति तैयार कर रही है. कांग्रेस की रणनीति को लेकर कांग्रेस के मुख्य सचेतक, पूर्व मंत्री और लहार विधायक गोविंद सिंह से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.
कांग्रेस विधायकों को मतगणना से पहले ही अचानक भोपाल बुलाए जाने को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान लहार विधायक गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस द्वारा किसी तरह की बाड़े बंदी नहीं की जा रही है. यह एक सामान्य प्रक्रिया है, काफी समय से कांग्रेसी विधायक दल की कोई बैठक नहीं हुई है और जल्द ही दीपावली आने वाली है. ऐसे में लंबे समय तक बैठक नहीं हो पाएगी. इसलिए प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर सभी कांग्रेसी विधायकों को बुलाया गया है.
भोपाल में होगी चुनावी परिस्थितियों की समीक्षा
गोविंद सिंह ने बताया कि भोपाल में सभी कांग्रेसी विधायकों के साथ बैठकर चर्चा की जाएगी. इस दौरान इस बात की समीक्षा होगी कि मध्य प्रदेश में हुए 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में कहां परेशानियां आई. किन-किन क्षेत्रों में दिक्कतें आई. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बैठक में इस बात पर भी विचार किया जाएगा कि किन क्षेत्रों में बीजेपी ने सत्ता का दुरुपयोग किया और सरकारी मशीनरी का गलत फायदा उठाया. इस संबंध में सभी विधायकों के साथ हमारे नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ चर्चा करेंगे.
उपचुनाव में बहुमत हासिल करने की पूरी उम्मीद
उपचुनाव के नतीजों को लेकर जब उनसे सवाल किया गया कि उन्हें कितनी उम्मीद है आगे सरकार बनाने के लिए कांग्रेस किरण नीतियों पर काम कर रही है. इसका जवाब देते हुए डॉ गोविंद सिंह ने बताया कि उन्हें इस बात की पूरी उम्मीद है कि मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में उन्हें इतनी सीटें हासिल होंगी कि वह बहुमत पा लेंगे और राज्यपाल महोदय को अनुशंसा पेश कर सरकार बनाने का दावा करेंगे.
विपक्षियों को लाने की कोशिश नहीं करेगी कांग्रेस
बीजेपी और कांग्रेस नेताओं द्वारा लगातार अन्य दलों के विधायकों के संपर्क में होने के सवाल पर उनका कहना है कि बीजेपी की जमीन खिसक चुकी है. इसीलिए वे लगातार कांग्रेसी विधायकों को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. अभी तक कांग्रेस ने इस तरह की कोई कोशिश नहीं की है के सरकार बनाने के लिए व्यक्ति दल के नेताओं को घेराबंदी कर अपने साथ लाएं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दरवाजे सभी के लिए खुले हुए हैं, जो आना चाहे उसका भी स्वागत और जो जाना चाहे उसका भी स्वागत है.
नरोत्तम मिश्रा को बताया लफबाद
गोविंद सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की आदत तो लफबाजी की है. बीजेपी ने उन्हें झूठ बोलने की ट्रेनिंग दी है और बीजेपी उसी सिद्धांत पर काम करती है. चाहे प्रधानमंत्री मोदी हो चाहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान या नरोत्तम मिश्रा.
'समाज सेवा नहीं अपनी गरीबी दूर करना रह गया सिद्धांत'
जब गोविंद सिंह से सवाल किया गया कि आखिर कांग्रेस में ऐसी क्या कमी रह रही है कि उनके विधायक टूटकर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. इस बात का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अब प्रदेश की राजनीति में बहुत गिरावट आगयी है. आजकल लोग जनसेवा की भाव से नहीं बल्कि अपनी गरीबी दूर करने के लिए राजनीति में आते हैं, लेकिन अब जनता ऐसे लोगों को पहचान चुकी है ऐसे धोखेबाज, जनता की पीठ में छुरा घोंपने वाले और कार्यकर्ताओं के खून पसीने और मेहनत का सौदा करने वाले लोगों को जनता उपचुनाव में सबक सिखाएगी. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है इस बात की कि एक भी दलबदलू विधायक इस बार उपचुनाव में जीत नहीं पाएगा.
नतीजों के बाद नहीं पड़ेगी किसी की जरूरत
गोविंद सिंह ने इस बात की उम्मीद जताई है कि उपचुनाव के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आएंगे और वह बहुमत लायक सीटें भी जीतेंगे और सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे. जिसके लिए कांग्रेस को किसी और की जरूरत नहीं पड़ेगी.
मतगणना तक भिंड में रहेंगे डॉ गोविंद सिंह
लहार विधायक गोविंद सिंह का कहना है कि अभी सभी विधायकों को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के बुलावे पर बैठक के लिए भोपाल में बुलाया गया है, लेकिन वह खुद अभी भिंड में ही रहने वाले हैं. मतगणना के नतीजे आने के बाद ही वह भोपाल जाएंगे और जो भी नतीजे होंगे उसके अनुसार समीक्षा में आगे की रणनीति तैयार करेंगे.