भिंड। मध्य प्रदेश में लगातार सिंध और चंबल नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है. जलस्तर बढ़ने से प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन चुकी है. बाढ़ में 120 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए है. इनमें से 25 गांव पूरी तरह डूब गए हैं. इन गांव में लगातार पानी का स्तर बढ़ रहा है. गांव में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने के लिए बुधवार रात भारतीय सेना भिंड पहुंची. सिंध किनारे बसे इंदुरखी गांव में 20 फीट से ज्यादा पानी भर चुका है. गांव में 250 से ज्यादा लोग फंसे हुए है जिन्हें भारतीय सेना वोट और एयरलिफ्ट कर रेस्क्यू करने में जुटी हुई है. देखिए ग्राउंड जीरो से ईटीवी भारत की रिपोर्ट...
अलर्ट के बाद भी नहीं खाली किया गांव
भिंड जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर बसे इंदौर की गांव में सिंध नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है. जिसकी वजह से पूरे गांव में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. हालात यह है कि पानी 20 फीट तक भर गया है. जिसके चलते 1 हजार परिवार वाला यह गांव और इसमें रहने वाले ग्रामीण डरे हुए हैं. इस गांव को तेजी से खाली कराने के लिए पहले ही जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर मुनादी कराई थी, लेकिन लोगों ने समय रहते समझदारी नहीं दिखाई.
नतीजा यह हुआ कि बुधवार के दिन नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा. कई लोग तो समय रहते अपना सामान लेकर गांव से बाहर निकल गए, लेकिन कई ऐसे लोग भी थे जिन्हें मौका नहीं मिला. प्रशासन ने तेजी से राहत और बचाव कार्य किया और लोगों को बाहर निकाला. लेकिन ढाई सौ से ज्यादा लोग अब भी इस गांव में फंसे हुए हैं. जिन्हें रेस्क्यू करने के लिए सेना को बुलाना पड़ा.
राहत बचाव कार्य के लिए पहुंची सेना
इंदुरखी गांव में ज्यादातर घर पूरी तरह डूबे हुए हैं. मौके पर पहुंची भारतीय सेना की टीम ने भी मोर्चा संभाल लिया है. जानकारी के मुताबिक करीब 3 टीम राहत एवं बचाव कार्य के लिए भिंड जिले में बुलाई गई है. जिनमें पहला दल बुधवार देर शाम तक गांव में पहुंचा, जिसमें करीब 60 जवान गांव पहुंचे. इस टुकड़ी में आर्मी के विशेष डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद है.
रात में नहीं हो सका रेस्क्यू
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना की मशीनें अलग-अलग टुकड़ियों के जरिए लाई जा रही हैं. जिन्हें बाद में एक साथ असेंबल किया जाएगा. जिसकी वजह से समय रहते तीनों टुकड़िया एक साथ नहीं पहुंची. जिसके कारण समय पर बचाव कार्य नहीं शुरू हो सका. हालांकि सेना ने अपना काम करते हुए रबर बोट के जरिए लोगों को बचाने का काम शुरू कर दिया था, लेकिन बोट से बचाने का काम गुरुवार सुबह से ही शुरू हुआ. बुधवार रात में अंधेरे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया जा सका.
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रात में और बढ़ेगा जलस्तर
सेना के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में मौके पर आई टीम अपना काम शुरू कर चुकी है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है, जो लोग अंदर फंसे हैं उनको भी रेस्क्यू किया जा रहा है. लेकिन हालात अभी सामान्य नहीं है. क्योंकि देर रात तक अंदाजा लगाया जा रहा है, कि जलस्तर अभी 7 से 8 फीट तक और बढ़ सकता है. ऐसे में नदी आस-पास के गांव को भी अपनी चपेट में ले सकती है.