भिंड। मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार के किस्से तो कई बार अपने सुने होंगे लेकिन चम्बल के भिंड जिले में एक सरपंच पर तालाब का फर्जी मूल्यांकन कराने के लिए जनपद पंचायत के सब इंजीनियर के साथ मारपीट और फिर अगवा करने के प्रयास का आरोप लगा है. सरपंच के खिलाफ सब इंजीनियर ने पुलिस में भी शिकायत की है. (Jr engineer accused of kidnapping)
सिटी कोतवाली में की शिकायतः मिली जानकारी के अनुसार भिंड के मेहगांव में पदस्थ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के सब इंजीनियर राजेंद्र कुमार जैन को गढ़पारा सरपंच ने मारपीट कर अगवा करने का प्रयास किया है. ये शिकायत भिंड सिटी कोतवाली में पहुंचे खुद उपयंत्री राजेंद्र कुमार जैन ने की है. उन्होंने बताया कि वे मेहगांव जनपद में आरईएस विभाग में पदस्थ है. सोमवार दोपहर को उनके कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आने वाली गढ़पारा पंचायत के सरपंच नरेश सिंह भदौरिया ने उन्हें फोन कर पंचायत के एक मनरेगा तालाब का मूल्यांकन करने के लिए कहा था. इस मूल्यांकन के लिए तालाब साइट देखने और एस्टिमेट उपलब्ध कराने के बाद ही मूल्यांकन करने की बात कह दी. (complaint in city kotwali)
तालाब दिखाने के नाम पर गाड़ी में बुलाया फिर धमकायाः उपयंत्री राजेंद्र जैन ने बताया कि जब सरपंच ने पूछा की वे कहां हैं उन्हें तालाब दिखा लाएं, तो उन्होंने वह जिला पंचायत कार्यालय भिंड में हैं. उसने हामी भरते हुए तालाब दिखाने के लिए ले आने की बात कही. करीब चार बजे उसने फोन कर जिला पंचायत के पास पुरानी गल्ला मंडी पर उन्हें बुलाया और गाड़ी में बैठाया. उनके साथ पहले से कार में तीन लोग मौजूद थे. इसके बाद जबरन तालाब के मूल्यांकन पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा. (Called in car and then threatened)
सरपंच पर मारपीट के बाद अपहरण का लगाया आरोपः राजेंद्र जैन के मुताबिक़ जब सरपंच से सम्बंधित कागजात को वेरिफाई करने और साइट विजिट करे बिना सिग्नेचर करने से मना किया तो सरपंच ने साथियों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट कर दी. इसके बाद गाड़ी में अगवा करने का प्रयास किया. हालांकि भीड़भाड़ वाला इलाका होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाया और उन्हें छोड़ कर अपने वाहन से भाग खड़ा हुआ. अपने साथ हुई घटना को लेकर सब इंजीनियर ने सिटी कोतवाली पहुंच कर शिकायत भी की है. (Sarpanch accused of kidnapping after assault)
यंत्री ने की हस्ताक्षर के लिए दो लाख रुपये की मांगः पूरे मामले को लेकर गढ़पारा सरपंच का पक्ष जानने के लिए जब हमने उनसे फोन पर सम्पर्क किया तो, उनकी अलग ही कहानी निकल कर सामने आयी. सरपंच नरेश सिंह का कहना था कि इस पूरे मामले में उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. वे पहले आर्मी में सेवा करते थे और अब पंचायत सरपंच बनकर पंचायत की जनता के लिए काम कर रहे है. उन्होंने कहा कि सब इंजीनियर राजेंद्र जैन के पास उनकी पंचायत का जिम्मा है. गांव में एक तालाब को लेकर उनसे मूल्यांकन करने के लिए कहा था. उनसे मूल्यांकन के लिए दो लाख रुपय कमीशन की डिमांड की गई. जब मैंने इतने पैसे देने से मन किया तो सब इंजीनियर द्वारा बदसलूकी की गई जिससे बात मुहवाद तक पहुंच गई. उन्होंने गाड़ी से उतरने के बाद गरमागर्मी में सरपंच को धक्का दे दिया. सार्वजनिक स्थान पर इस तरह अपमान होने की वजह से उन्होंने भी हाथापाई कर दी. (Demand of 2 lakh rupees for signature)
कैश में 15-20 बार कमीशन ले चुके उपयंत्रीः सरपंच नरेश सिंह भदौरिया ने सब इंजिनियर राजेंद्र कुमार जैन पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे मेहगांव जनपद के सबसे भ्रष्ट उपयंत्री हैं. वह बिना कमीशन काम नहीं करते. सरपंच के मुताबिक पहले भी करीब 15 से 20 बार उन्होंने सरपंच से अलग-अलग कामों के लिए कैश में कमीशन लिया है. गढ़पारा सरपंच के मुताबिक इस बार वह डिमांड पूरी नहीं कर पाया तो सब इंजीनियर ने इस तरह का ड्रामा किया है. उसने यह भी बताया की इस घटना के बाद वह भी पुलिस थाने पहुंचे थे और उपयंत्री के खिलाफ रिश्वत की मांग किए जाने की लिखित शिकायत की है. (Sub engineers taken commission in cash)