भिंड। भिंड से अटेर तक हाईवे पर रोड निर्माण के लिए सरकार ने टेंडर निकाल कर काम शुरू करा दिया है, लेकिन इस रोड का निर्माण कर रही ठेका कंपनी दबंगई पर उतारू है, दबंगई इतनी के मटेरियल प्लांट लगाने के बाद कंपनी के लोगों ने वाहनों की आवाजाही के लिए एक गरीब परिवार की जमीन पर रास्ता बनाकर कब्जा कर लिया है. अब पीड़ित परिवार इंसाफ के लिए प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है.
टेंडर के मुताबिक भिंड से अटेर तक हाईवे का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है. जिसमें भिंड से मुरलीपुरा तक सीसी रोड निर्माण और मुरलीपुरा से अटेर तक डामर रोड बनाई जाएगी. जिसके लिए अटेर थाना क्षेत्र के कदौरा गांव में प्लांट लगाया गया है. कंपनी पर एक परिवार ने आरोप लगाया है की रास्ता न होने की वजह से कंपनी ने उनकी जमीन पर कब्जा कर रास्ता बना लिया है. अब पीड़ित परिवार अपनी जमीन के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है.
पीड़ित परिवार का कहना है कि उनकी जमीन पर कंपनी ने जबरन कब्जा किया है, और कोई सुनवाई नहीं हो रही है, मामले पर सड़क निर्माण करने वाली कंपनी के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं.
पुलिस पर मीलीभगत के आरोप-
पीड़िता परिवार ने पुलिस पर भी सड़क निर्माण कंपनी का साथ देने का आरोप लगाया है. पीड़ित परिवार का कहना है कि वो आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं, ऊपर से जमीन पर प्लांट वालों ने कब्जा कर लिया. जब इसकी शिकायत के लिए थाने पहुंचे, तो पुलिस स्टेशन में ही प्लांट संचालकों ने उन पर बंदूक तान दी, जिस पर पुलिस ने मामला रफा-दफा कर उन्हें थाने से भगा दिया.
अटेर टीआई अनिल रघुवंशी ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा की परिवार को जमीन पर सीमांकन कराने की सलाह दी गई है, साथ ही उनका कहना है कि किसी ने बंदूक नहीं तानी थी, थाने में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं जांच करवा सकते हैं.