भिंड। ग्रामीण महिलाएं हर स्तर पर आज पुरुष वर्ग के साथ कंधे से कंधा और कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं. भिंड की दिव्यांग खिलाड़ी पूजा ओझा ने भी अपनी लगन और बुलंद हौसलों से ना सिर्फ जिले का नाम रोशन किया, बल्कि वो देश की पहली महिला पैरा कैनोइंग खिलाड़ी भी बनी हैं. भिंड के एक गरीब परिवार से आई पूजा ओझा ने 2 साल पहले देश की पहली पैरा कयाकिंग कैनोइंग महिला खिलाड़ी बनी और उसके बाद लगातार कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ रही हैं.
आसान नहीं रहा सफर
पैरा कैनोइंग खिलाड़ी पूजा बताती हैं कि भिंड के पिछड़े इलाकों में लोगों की सोच अभी उतनी खुली नहीं है. साथ ही संसाधनों की कमी के चलते प्रैक्टिस के लिए जुगाड़ की बोट का इस्तेमाल करना पड़ता था. भिंड के लोगों की सोच विकसित नहीं होने कि वजह से शुरुआत में माता-पिता भी इस फैसले को लेकर तैयार नहीं थे, लेकिन कुछ कर गुजरने के जुनून को देखते हुए उन्होंने पूजा का साथ दिया और आज पूजा विश्व के कैनो पैरा खिलाड़ियों में 6वी रैंक पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रही है.
गुरू को दिया श्रेय
पूजा ने बताया कि जब वे खिलाड़ी नहीं थीं, तो कोचिंग जाने के लिए गौरी लेक रोड का इस्तेमाल करती थी. गौरी सरोवर में कयाकिंग कैनोइंग चैंपियनशिप के बाद भिंड एसोसिएशन के संरक्षक राधेगोपाल यादव, कोच हितेंद्र तोमर और जावेद खान के साथ खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करा रहे थे. इसी दौरान जावेद सर ने पूछा कि कैनो सीखोगी क्या, फिर किसी तरह घरवालों को राजी किया और वॉटर स्पोर्ट्स में जर्नी शुरू हो गई.
देश-विदेश में लहराया परचम
पूजा ओझा ने साल 2017 में भोपाल में आयोजित हुई ऑल इंडिया कयाकिंग कैनोइंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल हासिल किया और मध्यप्रदेश के नाम का डंका बजा दिया. उसके बाद थाईलैंड में हुई एशियन कैनो पैरा चैंपियनशिप में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. वहीं 2019 में हंगरी में हुई वर्ल्ड पैरा कैनोइंग चैंपियनशिप में भी पूजा टॉप 10 खिलाड़ियों में शामिल हुई. जिसके बाद हाल ही में जापान में आयोजित हुए पैरा ओलंपिक स्पोर्ट्स के लिए क्वॉलिफाइंग कंपटीशन में हिस्सा लेकर वे विश्व की 6वीं रैंक पर पहुंच गई है.
बेहतरीन खिलाड़ी हैं पूजा : ट्रेनर हितेंद्र तोमर
पूजा के ट्रेनर हितेंद्र तोमर कहते हैं कि पूजा एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. उसने अपने हौसलों के दम पर दुनिया में अपना और देश का नाम रोशन किया है. वह दुनिया के टॉप 6 खिलाड़ियों में शामिल है.
पूजा अब जल्द ही हंगरी में होने वाली दूसरी वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेने की तैयारी कर रही हैं, जहां उनकी परफॉर्मेंस पैरा ओलंपिक गेम्स के लिए उनका चयन निर्धारित करेगा.