भिंड। कोरोना कर्फ्यू के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिक पर भीड़ हो रही है, जिससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है. इस बात को ध्यान में रखते हुए ऊमरी पुलिस ने 11 झोलाछाप डॉक्टरों की कोरोना जांच कराई, जिसमें 3 झोलाछाप डॉक्टर पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके साथ ही अब इनसे इलाज कराने आए मरीजों की भी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है. इस तरह की स्थिति सामने आने के बाद पुलिस ने पूरे जिले में 450 झोलाछाप डाक्टरों को चिंहित किया गया है, जिनका जल्द से जल्द कोरोना टेस्ट कराया जाएगा.
- ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रहा संक्रमण का खतरा
कोरोना संक्रमण को लेकर भिंड जिले में कर्फ्यू जारी है. चिकित्सा सुविधाओं को अतिआवश्यक सुविधाओं में रखा गया है, जिसकी वजह से अस्पताल के अलावा निजी डॉक्टर्स के क्लिनिक पर भी भारी भीड़ इकट्ठा हो रही है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के लोग कर्फ्यू के चलते बड़ी संख्या में ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों के पास इलाज के लिए पहुंच रहे है. मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, ऐसे में संक्रमण का ख़तरा भी बढ़ रहा है.
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- इलाज कर रहे तीन झोलाछाप डॉक्टर पॉजिटिव
संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए ऊमरी क्षेत्र में पुलिस द्वारा अभियान चलाकर RMP (रेगुलर मेडिकल प्रैक्टिशनर) डॉक्टर का कोरोना चेकअप करने की समझाइश दी गयी. इस दौरान क्षेत्र के 11 आरएमपी डाक्टर ने पुलिसकर्मी के साथ आकार कोरोना टेस्ट कराया तो 3 की रिपोर्ट कोविड-19 पॉजिटिव पाई गई. डॉ अश्विनी कुमार (ऊमरी), डॉ कुलदीप सिंह (ऊमरी) और डॉ शाहिद हुसैन की रिपोर्ट पॉजिटिव है.
- झोलाछाप डाक्टरों को किया गया चिन्हित
इन तीनों ही डॉक्टर को फिलहाल कोविड केयर सेंटर में आइसलेट कर दिया गया है. साथ ही इनसे इलाज कराने आए मरीजों की भी ट्रेसिंग की जा रही है. जिससे समय पर संक्रमित लोगों का पता चल सके. झोलाछाप डॉक्टरों के पॉजिटिव आने के बाद अब पुलिस ने जिलेभर के 450 से ज्यादा झोलाछाप डॉक्टरों को चिंहित किया है. जिनका जल्द ही कोरोना टेस्ट कराया जाएगा.