भिंड। मौ थाना क्षेत्र में ग्राम गुरियाची में खेतों पर जाने वाले किसानों पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं, जिसे किसानों में दहशत का माहौल है. किसानों को डर लगा रहता है कि कहीं अगला नबंर उनका ना हो. गांव वाले इस सीरियल किलर से बिल्कुल अनजान हैं. उन्हें पता ही नहीं की किसानों को टारगेट कर क्यों मारा जा रहा है. कुछ दिनों पहले गांव के खेत पर एक किसान की हत्या हो चुकी है, तो वहीं 48 घंटे के अंदर एक और किसान पर हमला किया गया. गनिमत यह रही की वह बच गया. अभी फिलहाल घायल किसान अस्पताल में भर्ती है. इस बीच ईटीवी भारत गुरियाची पहुंचकर गांव के हालातों के बारे में जाना.
किसान की खेत पर गोली मारकर हत्या
कुछ दिनों पहले 70 साल के एक किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या का कारण अभी अज्ञात है. वहीं सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया. इसके बाद घटना की जांच शुरू की गई. किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है. साथ ही इलाके में पुलिस ने पेट्रोलिंग शुरू कर दी है, लेकिन इन वारदातों को अंजाम देने वाले अब भी कहीं खुले आम घूम रहे हैं.
घटना के बारे में जानकारी
इस घटना को लेकर मृतक के बेटे ने बताया कि मेरे पिताजी किसान कप्तान सिंह बीती शाम खाना खाने के बाद रोज की तरह अपने खेत पर चले गए थे. वह खेत पर बनी झोपड़ी में सो रहे थे. जब सुबह होने के बाद पिताजी घर नहीं आए तो मैं खेत गया उन्हें देखने जहां वह खेत में खून से लथपथ अवस्था में पड़े मिले. इसके बाद किसान के बेटे अरविंद ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पुलिस पहुंची और उसके बाद फोरेंसिक दल भी पहुंच गया.
पुलिस ने दोनों वारदातों को बताया अलग
इस मामले को पुलिस ने बताया कि मृतक किसान को दो गोली मारी गई है. एक सिर में तो दूसरी गोली उसके पेट में मारी है. पुलिस इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है. इसके साथ ही परिवार जनों से पूछताछ की जा रही है कि गांव में किसी अन्य व्यक्ति से कोई पुराना विवाद तो नहीं है. वहीं जो किसान घायल हुआ उसे लेकर पुलिस का कहना है कि दोनों मामले अलग हैं. पुलिस अफसर लगातार घटनास्थलों की जांच कर रहे हैं, ड्रोन कैमरे के जरिए भी खेतों को छाना जा रहा है कि कहीं कोई छिप कर तो नहीं बैठा है. फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को बुलाकर जांच कराई जा रही है. इस सबके बावजूद अब तक पुलिस खाली हाथ है. (Constant attack on farmers in Bhind) (Bhind villagers unaware of attack) (farmers in Bhind one died)