भिंड। भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह किसी ना किसी वजह से हमेशा ही चर्चाओं में रहते हैं. एक बार फिर बीजेपी विधायक बसपा कार्यकर्ताओं के बीच बसपा का गमछा गले में डाले नजर आए. उनकी तस्वीर सामने आने के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है, हालांकि विधायक संजू ने इन अटकलों पर यह कहते हुए विराम लगा दिया है कि वे सिर्फ सौहार्दपूर्ण मुलाकात के लिए वहां मौजूद थे.
राजनीति में कब क्या हो जाए, कोई नेता दल बदल कर दूसरी पार्टी में पहुंच जाये, कहा नहीं जा सकता है. खास कर मध्यप्रदेश में इस तरह के नजारे देखने को मिल चुके हैं. साल चुनावी है और भारतीय जानता पार्टी एक बार फिर एंटी इनकमबेंसी से जूझती नजर आ रही है. वहीं कांग्रेस भी इस मुद्दे के सहारे दोबारा सरकार बनाने के सपने देख रही है. इस सबके बीच ऐसे तमाम नेता हैं, जो टिकट की दावेदारी अधर में देख अपनी जमीन पक्की करने में जुटे हैं. दूसरे दलों के सम्पर्क में देखे जा रहे हैं. मध्यप्रदेश की राजनीति में तीसरी राजनीतिक पार्टी बहुजन समाजवादी पार्टी को 10 महीने पहले छोड़कर दो में से एक विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने भारतीय जानता पार्टी का दामन थाम लिया था, लेकिन एक बार फिर भिंड सर्किट हाउस से बसपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ वायरल हुई विधायक की तस्वीर ने घर वापसी की अटकलों को हवा दे दी है.
बसपा कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे थे बीजेपी विधायक: जानकारी के मुताबिक बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रमाकान्त पिप्पल गुरुवार को भिंड कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे थे. उनकी मीटिंग भिंड सर्किट हाउस में हुई. इस मीटिंग के बाद बसपा जिला अध्यक्ष और कार्यकर्ताओं के बीच भिंड से बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते संजीव सिंह कुशवाह की तस्वीर बाहर आयी. जिसमें भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके विधायक संजू के गले में हाथी वाला गमछा और चेहरे पर मुस्कान नजर आ रही थी. शुक्रवार को तस्वीर सोशल मीडिया पर आने के बाद से ही चर्चा का विषय बन गई है.
कांग्रेस की टिप्पणी: इस मामले में जब बसपा के जिला अध्यक्ष से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं कांग्रेस की और से इस तस्वीर पर जिला अध्यक्ष मान सिंह कुशवाहा ने टिप्पणी की है. उनका कहना है कि जब संजीव सिंह बसपा छोड़कर बीजेपी में गए तो उन्होंने देखा होगा कि पूरे प्रदेश में भाजपा की जमीन खिसक गई है. भारतीय जानता पार्टी टूटता जहाज है और कोई ऐसे जहाज में शामिल नहीं होना चाहता है. अकेले संजू ही नहीं पूरे प्रदेश में बीजेपी विधायक डर के साये में हैं.
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‘बसपा से पुराना नाता, सौहार्दपूर्ण मुलाक़ात के लिए गया’: वहीं इस मामले पर जब भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह से बात की गई तो उनका कहना था कि, क्या रंगों पर किसी का अधिकार है. उन्होंने कहा कि, सामान्य तौर पर वे सर्किट हाउस गए थे. इसी दौरान पता चला की बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आए हैं, वे यहां कोई ज्ञापन देने आये थे और इसके बाद निकल गए थे. जब मैं पहुंचा तो सर्किट हाउस पर बसपा के कार्यकर्ता मौजूद थे, वे मेरे विधानसभा क्षेत्र के लोग हैं, इसलिए शिष्टाचार के तौर पर मैं भी उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष से मिलने गया था और उनके बीच जा कर बैठ गया. मैंने बहुत वर्षों तक उनके साथ काम किया है, सभी परिचित लोग हैं, इसलिए एक सौहार्दपूर्ण मुलाकात के लिए ही गया था, लेकिन उसके अलग ही मायने निकाले जा रहे हैं.
कांग्रेस अपनी चिंता करे: वहीं कांग्रेस की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए विधायक कुशवाह ने कहा कि कांग्रेस अपनी चिंता करे. कांग्रेस काफी समय से जानता को गुमराह करने के बयान दे रही है. खुद ने जो वचनपत्र में वादे किए वो एक भी पूरा नहीं किया और चुनाव आते ही हार रोज एक नया वादा कांग्रेस कर रही है. एक तरफ कहते हैं हम वचन देते हैं, दूसरी और कहते हैं सरकार के पास पैसा नहीं है. अगर हमारी सरकार के पास पैसा नहीं तो उनकी सरकार के पास पैसा कहां से आएगा. कांग्रेस ने सरकार में रहते कई जन हितैषी योजनाएं बंद कर दी थी. कांग्रेस की बात करना ही बेमानी है. कांग्रेस अपनी चिंता कर ले बीजेपी की चिंता करने की उन्हें आवश्यकता नहीं है.