भिंड।ठगों से बचने के लिए पुलिस प्रशासन गाइडलाइन जारी करता रहता है और अपील भी करता है कि ठगों से सावधान रहें और खासतौर से ऑनलाइन ठग काफी शातिर होते हैं इसलिये उनसे ज्यादा सावधान रहें, लेकिन फिर भी शातिर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठग लेते हैं. ऐसा ही एक मामला भिंड का सामने आया है. जिसमें भिंड की युवती ऑनलाइन ठगी का शिकार हुई है. दरअसल शादी के लिए रिश्ता खोजने के दौरान एक जानी मानी ऑनलाइन मेट्रिमोनियल साइट के जरिये उसका संपर्क हिमांशु नामक शख्स से हुआ. हिमांशु ने अपने आप को लंदन में रहने वाला बताया. युवती के परिजन विदेश में शादी को लेकर राजी नहीं थे, इसलिये युवती ने आगे बात करने से मना किया, लेकिन हिमांशु ने फ्रेंडशिप करने पर जोर दिया और धीर-धीरे बात करना शुरू किया.और एक दिन वो अचानक इंडिया आया और युवती से कहा कि वो 35 हजार पाउंड लेकर आया है और एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उसे पकड़ लिया है और तब तक जाने नहीं देंगे जब तक वो टैक्स न दे दे. जिसे लेकर हिमांशु ने युवती के सामने रोने का नाटक किया,जिसके बाद भावनाओं में बहकर युवती ने पहले 48 हजार दिए और फिर धीरे धीरे 4 लाख 95 हजार रुपये दे दिए. बाद में एहसास होने पर युवती ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई.
एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा पकड़े जाने के बहाने मदद के नाम पर ठगी
एक दिन अचानक हिमांशु ने भी पीड़ित युवती को एक प्लेन टिकट भेजा जो लंदन से दुबई होते हुए भारत का टिकट था. इस पर युवती ने उसे कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए भारत न आने की सलाह दी. लेकिन उसने मानसून में अपनी छुट्टियां एक्सपायर होने की बात कही और भारत आने का फ़ैसला बताया. तीन मई को उसके पास इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एयरपोर्ट अथॉरिटी से कॉल आया, सामने से एक महिला ने उससे पूछा कि क्या वह हिमांशु नाम के किसी शख़्स को जानती है, जो भारत आए हैं और उनके पास 35 हज़ार पाउंड की बड़ी करंसी है. इतनी करंसी भारत में आने पर अलाऊ नहीं है, इसलिए उन्हें कस्टम डिपार्टमेंट द्वारा रोका गया है.साथ ही कहा कि आपको कुछ पैसा भरना पड़ेगा, ड्यूटी और टैक्स के नाम पर, तभी उसको छोड़ा जाएगा,नहीं तो उन्हें यहां से वापस डिपोर्ट कर दिया जाएगा. वो भी कार्गो शिप के ज़रिए. उसके बाद आरोपी ने रोने का नाटक किया और युवती को इमोशनल ब्लैकमेल किया.
फोन पर युवती को दिया पैसे फंसने का झांसा
पीड़ित युवती ने शुरुआती तौर पर उसने क़रीब 48 हज़ार रुपये की राशि ट्रांसफर कर दी, लेकिन इसके बाद लगातार अन्य टैक्स के नाम पर हिमांशु और एयरपोर्ट अथॉरिटी से बात कर रही महिला उसे और पैसे ट्रांसफर करने की बात करते हुए बताते चले गए. क़रीब दो लाख रुपये जमा होने के बाद जब उसने मना किया कि तो चेतावनी दी गई कि यदि वो अगली अमाउंट जमा नहीं करती है तो पहले दिया गया सारा पैसा डूब जाएगा. ऐसे में मजबूरी और अपना पैसा फंसता देख युवती ने अपने दोस्तों से उधार लेकर क़रीब 5 लाख रुपये जमा कर भेजे, इस संबंध में कुछ दोस्त ही जानते थे, जिनसे उसने पैसा उधार लिया था. जब उसके दोस्त ने उसे इस बात का अहसास दिलाया कि वह ठगी का शिकार हो रही है, तो युवती उसे लेकर पुलिस थाने पहुंची और साइबर टीम को 1 आवेदन दिया. शुरुआत में कई दिन चक्कर लगाए.बाद में पुलिस की ओर से भी रिस्पोंस शुरू हुआ. जिसमें साइबर प्रभारी डीएसपी मोतीलाल कुशवाहा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाकर इन ठगों का पता लगाने की कवायद शुरू की गई. ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने डेढ़ सौ से ज़्यादा नंबर ट्रेस किए. और हर चीज़ पर बारीकी से निगाह रखी गई.
नोएडा से साइबर पुलिस ने आरोपी को दबोचा
इस पूरे ऑपरेशन में पुलिस ने दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, और राजस्थान तक ख़ाक छानी और सफलता पाई. हालांकि नेपाली आरोपी करण अब भी पहुंच से दूर है.पुलिस ने इस ऑपरेशन में आरोपीयों से लाखों की नक़दी, 18 मोबाइल, 33 सिम कार्ड, 28 ATM कार्ड, 14 ब्लैंक चेक, लैपटॉप, राउटर, इंटरनेट राउटर, हार्डडिस्क और कैश भी बरामद किया है. ख़ास बात यह थी की एक ऑनलाइन शोपिंग ऐप कम्पनी की मदद से साइबर पुलिस आरोपी के पते पर पहुंची . जहां से वो शोपिंग करता था.वो जो मोबाइल नम्बर उपयोग करता था वह भी किसी किशन नाम के शख़्स के नाम पर रजिस्टर था.लंबी पड़ताल के बाद नोएडा से आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया.बता दें कि ये लोग भिंड की युवतियों के अलावा, दिल्ली, जयपुर और रांची में भी युवतियों से इसी तरह ठगी कर चुके हैं.
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पुलिस बनाएगी युवती को ब्रांड एंबेसडर
भिंड की युवती द्वारा अपने साथ हुई धोखाधड़ी के बाद भी जिस तरह पुलिस की मदद की और दूसरों के साथ ऐसा न हो इस जागरुकता के लिए आगे आना सराहनीय काम है. जिसको लेकर भिंड पुलिस अधीक्षक ने युवती को साइबर क्राइम जागरुकता अभियान का एम्बेसडर बनाए जाने की घोषणा की है.