भिंड। देश भर में 3 जनवरी से 15-18 वर्ष तक के बच्चों को वैक्सीन लगाए जाने का अभियान (vaccination for children in bhind) शुरू हो रहा है. ऐसे में जिला स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन को लेकर क्या व्यवस्थाएं और तैयारी की जानिए इस रिपोर्ट के जरिए.
कोरोना के वेरिएंट ओमीक्रोन को कोविड की तीसरी लहर (corona third wave in bhind) माना जा रहा है. इसका असर बच्चों पर होने की सम्भावना को देखते हुए भारत सरकार ने बच्चों को भी कोरोना टीकाकरण कराए जाने का फैसला लिया है. इसमें 15 से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों और किशोरों को वैक्सीन लगायी जाएगी. यह वह छात्र वर्ग है जो स्कूल या कॉलेज में पढ़ाई करते हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने शासकीय स्कूलों को क्यों चुना ?
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अजीत मिश्रा (bhind strategy to compete vaccination target) ने बताया कि शिक्षा विभाग की मदद से जिले में 176 शासकीय स्कूलों को वैक्सीनेसन सेंटर बनाया गया है. यहां टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा. जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सभी स्कूलों में कक्षावार बच्चों की जानकारी एकत्रित कर ली गयी है. ऐसे में टीम भेज कर इन स्कूल पर 2007 से पूर्व जन्म लेने वाला 15 से 18 साल तक के बच्चों का टीकाकरण कराया जाएगा.
भिंड ने कितना रखा टारगेट ?
सीएमएचओ डॉ. मिश्रा ने यह भी बताया कि यह अभियान 6 दिन यानी 3-9 जनवरी तक चलाया जाएगा. 15-18 वर्ष की उम्र वर्ग में 57000 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. इसके अलावा जो भी और बच्चे हैं, जो कॉलेज में दाखिला ले चुके हैं. उन्हें भी वैक्सीन लगाया जाएगा. इस तरह जिले में वर्तमान में 60,000 टीकाकरण का न्यूनतम टारगेट सेट किया गया है. उन्होंने बताया की बच्चों को कोवैक्सीन लगायी जाएगी. पहले डोज के 28 दिन बाद ही बच्चे दूसरा डोज ले सकेंगे.
MP Projects In 2021: इन परियोजनाएं पर सरकार ने किया काम, आने वाले वर्षों में बदल देंगी सूरत
सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा का भी मानना है कि पूर्व में सरकार द्वारा लगातार जागरूकता अभियान और मुफ्त वैक्सीन के बावजूद आज भी कई लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं. ऐसे में बच्चों को लेकर भी ऐसे लोगों के मन में भ्रांतियां हैं. इसके लिए जागरुकता अभियान चलाकर अभियान को पूरी तरह सफल बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. उन्हें उम्मीद है कि टीकाकरण समय अवधि के 6 दिनों में सौ प्रतिशत वैक्सिनेशन का काम स्वास्थ्य विभाग पूरा कर लेगा.