भिंड। लॉकडाउन के दौरान मध्य प्रदेश और राज्य के बाहर फंसे हुए लोगों को आवागमन और वापसी के लिए भले ही ई पास व्यवस्था शुरु की गई हो. लेकिन अभी भी लोगों को इसका आसानी से फायदा नहीं मिल पा रहा है. गुजरात से अपने पिता के देहांत पर आए दो परिवारों को भिंड से वापस गुजरात जाने की के लिए ई पास नहीं मिल पा रहा है.
गुजरात से आया यह परिवार अपना निजी वाहन किराए पर गुजरात ले जाने की परमिशन मांग रहा है. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से गुजरात जाने की परमिशन तो दी जा रही है लेकिन उस ड्राइवर के वापस आने की परमिशन नहीं दी जा रही. जो इस परिवार को लेकर गुजरात जाएगा. भिंड कलेक्टर इस प्रक्रिया में जिला प्रशासन को अधिकृत नहीं होना बता रहे हैं.
गुजरात से आई नीलम बताती हैं कि उनके पति अहमदाबाद में काम करते हैं और पूरा परिवार वही रहता है. अपने पिता के देहांत पर वे अपने पति के साथ भिंड आई थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से वापस नहीं जा पा रही. उनके दो बच्चे भी अहमदाबाद में ही फंसे हैं. अब करीब 38 दिन गुजर चुके हैं पड़ोसी भी फोन करके बार-बार पूछ रहे है कि आप कब आएंगे.
मामले में भिंड कलेक्टर छोटे सिंह का कहना है कि ज्यादातर लोग ऐसे एरिया की परमिशन मांग रहे हैं जो हॉटस्पॉट एरिया हैं या वहां कोरोना का संक्रमण का खतरा है. ऐसे किसी भी एरिया के लिए परमिशन देने के लिए जिला प्रशासन अधिकृत नहीं है. उन्होंने कहा कि सिर्फ ऐसे लोगों को परमिशन ई-पास के द्वारा दी जा रही है जिनके साथ मेडिकल इमरजेंसी या मेडिकल कंडीशन हो.