भिंड। समुद्री तूफान विपरजॉय के चलते दो दिन से हो रही रिमझिम बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है. भिंड जिले के कई इलाकों में जलभराव की समस्या तो देखने को मिल रही है. इसी बीच जिला मुख्यालय के मुख्य बाजार इलाके सदर बाजार में एक तीन मंजिला मकान में तलघर का पिलर पानी भरने से टूट गया. नतीजा ये हुआ कि पहले से ही जर्जर मकान धीरे-धीरे नींव सहित जमीन में धसकना शुरू हो गया.
![Bhind news](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/23-06-2023/mp-bhi-02-makan-jarjar-pkg-7206787_22062023204545_2206f_1687446945_227.jpeg)
आसपास के लोग दहशत में: अचानक घर की दीवारें चटकने लगी तो किसी तरह इसे रोकने के लिए मकान मालिक ने लकड़ी की बल्लियों के सहारे मकान को गिरने से बचाया. इन परिस्थितियों में कभी भी मकान के ढहने की आशंका है, क्योंकि व्यापारी दुष्यंत जैन का यह घर मुख्य बाजार में सकरी गली पर बना हुआ है. ऐसे में मकान के गिरने खतरे को देखते हुए आसपास रहने वाले लोग दहशत में हैं. सूचना मिलने पर अनहोनी की आशंका को देखते हुए नगर पालिका का अमला मकान तोड़ने के लिए पहुंचा तो जमकर बवाल कट गया.
गिरते मकान को लकड़ी का सहारा: दुष्यंत जैन का तीन मंजिला मकान है. ग्राउंड फ्लोर पर वे खुद सराफा व्यवसाय करते हैं, और ऊपर की मंजिल में परिवार के साथ निवासरत हैं. बुधवार को जब उन्होंने दुकान खोली तो देखी की दुकान में अंदर और बाहर तीन चार फीट गहरा गड्ढा हो गया था और मकान एक तरफ को झुक रहा था. उन्होंने तुरंत मजदूरों को बुलाकर मकान को सहारा देने के लिए बल्लियां लगवा दी. इस तरह की परिस्थिति को देखते हुए आस-पड़ोस के लोग दहशत में आने लगे तो किसी ने नगर पालिका प्रशासन को खबर कर दी. जानकारी के आधार पर जिला प्रशासन और नगर पालिका प्रशासन मय पुलिस फोर्स मकान गिराने के लिए बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंच गया.
![Municipality reached to demolish house](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/23-06-2023/mp-bhi-02-makan-jarjar-pkg-7206787_22062023204545_2206f_1687446945_571.jpeg)
प्रशासन मकान तोड़ने पहुंचा तो हुआ हंगामा: अचानक बीच बाजार मकान तोड़े जाने की स्थिति को देखते हुए मकान मालिक, पड़ोसी, व्यापारी और नेता भी मौके पर पहुंचे और प्रशासन से बात करने की कोशिश की. लेकिन यह बातचीत कुछ ही देर में हंगामे में तब्दील हो गई. कुछ समय बाद नगर पालिका प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर को बुलाकर बात की तो उन्होंने बताया कि ''हादसे की आशंका को खत्म करने के लिए मकान को तोड़ना अतिआवश्यक है. लेकिन मकान तीन मंजिला है और भिंड में इतनी ऊंची बिल्डिंग तोड़ने के लिए मशीन भी नहीं है. ऊपर से बीच बाजार में होने तो चलते भी इसे मशीन से नहीं गिराया जा सकता है. ऐसा करने का प्रयास आसपास के मकानों और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर सकता है.'' वहीं इंजीनियर का मानना था कि मजदूरों से मकान तुड़वाने पर उनकी जान को भी खतरा रहेगा.
प्रशासन ने मकान मालिक को थमाया नोटिस: इन परिस्थियों को देखते हुए वैकल्पिक फैसला लिया गया कि इस घर की नीव में बने गड्ढे को सीमेंट कंक्रीट से भरकर मकान को गिरने से बचाने की कोशिश की जानी चाहिए. लेकिन पड़ोसियों ने हंगामा करते हुए मकान मालिक से किसी भी प्रकार की घटना होने पर भरपाई करने का लिखित आश्वासन मांगा. जिस पर प्रशासन ने पड़ोसियों को समझाइस देते हुए शांत कराया. वहीं, मकान मालिक दुष्यंत जैन के घर पर नोटिस थमाया.
मकान तोड़ने के तरीके पर चल रहा विचार: पूरे मामले को लेकर मकान मालिक का कहना है कि ''मकान का सिर्फ एक पिलर धंस गया है, इससे मकान गिरने का कोई खतरा नहीं है. अगर कोई नुकसान होता है तो इसकी भरपाई की वह खद जिम्मेदारी लेंगे. वहीं, जब नगर पालिका सीएमओ वीरेंद्र तिवारी से बात की गई तो उनका कहना था कि ''मकान को गिरने से बचाने के लिए नीव में हुए गड्ढे को सीमेंट कंक्रीट से भरा जा रहा है और उसकी नींव मजबूत की जा रही है. इसे तोड़ने के लिए क्या व्यवस्था की जाए इस पर विचार विमर्श के बाद फैसला लिया जाएगा.''