भिंड। गोहद क्षेत्र के चार गांव के खेतों में आग लग गई. किसानों की महीनों की मेहनत से तैयार गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई. आग की सूचना के बावजूद फायर ब्रिगेड समय पर नहीं पहुंच सकी. किसानों ने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया. बाद में गांव पहुंचे एसपी और कलेक्टर ने जल्द सर्वे कर मुआवजा दिलाने की बात कही है.
किसानों ने पाया आग पर काबू : आग सीमावर्ती गांव के खेतों में लगी थी. देखते ही देखते भिंड जिले के नौनेरा, कंचनपुर (Kanaunera, Kanchanpur) समेत 4 गांव में दाखिल हो गई. खेतों में खड़ी गेहूं की पकी फसल को अपनी चपेट (Wheat crop burnt) में ले लिया. ग्रामीणों ने घटना की जानकारी स्थानीय दमकल विभाग को दी. फायर ब्रिगेड आते समय एक गढ्ढे में फंस गई और समय पर नहीं पहुंच सकी. यदि ग्रामीण एकजुट ना होते तो आग और फैल जाती. कई किसानों की फसल को अपनी चपेट में ले लेती.
किसानों को लाखों का नुकसान : ग्रामीणों ने बताया की अधिकतर किसानों की फसल दो से 5 बीघा खेत में हुई थी. इस आग से उनका बहुत नुकसान जो गया है. कई छोटे किसान ऐसे भी हैं जिनकी पूरी फसल (Wheat crop burnt) जल गयी. उनके पास अब खाने का एक दाना तक नहीं बचा. बाद में मौके पर भिंड एसपी (Bhind SP) और कलेक्टर (Bhind Collector) भी पहुंचे और किसानों से बातचीत कर मदद का आश्वासन दिया. Bhind gohad farms caught fire .
भीषण गर्मी में आग से मच रही तबाही, 60 से 70 एकड़ में लगी आग
सरकार की ओर से मुआवजे का आश्वासन: घटना की जानकारी मिलने पर कैबिनेट मंत्री दर्जा और संत रविदास हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम के अध्यक्ष रणवीर जाटव (Chairman Ravidas Handicrafts and Handloom Development Corporation Ranveer Jatav) भी मौके पर पहुंच गए. ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें आश्वस्त किया है कि किसानों को हुए इस नुकसान का सरकार उचित मुआवजा देगी. फसल के एक-एक दाने के नुकसान की भरपाई करायी जाएगी.
अटेर के ऐंतहार में भी लगी आग: अटेर के एतहार गांव (Fire in Ainthaar farms) में खेतों में भी आग लगने का मामला सामने आया. हालांकि इस आग को ग्रामीणों ने समय रहते बुझा लिया जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया. माना जा रहा है कि ये दोनों आग खेतों से गुजरी बिजली की हाईटेन्शन लाइन में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होगी. फिलहाल किसान इस नुकसान के बाद काफी निराश हैं. Bhind gohad farms fire .