बैतूल: घोड़ाडोंगरी तहसील क्षेत्र में 13 साल की नाबालिग को दरिंदगी का शिकार बनाने वाले आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर शुक्रवार को कई सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों द्वारा पैदल मार्च निकाला गया. मेहरा डेहरिया समाज व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा बागडोना हवाई पट्टी से स्वागत द्वार तक करीब डेढ़ किलोमीटर पैदल रैली निकाली गई.
सैकड़ों की संख्या में उपस्थित रहे लोग
इस दौरान सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष व बच्चों के हाथों में बलात्कारी को फांसी देने संबंधित तख्तियां रही. रैली, प्रदर्शन में सभी की एत सूत्रीय मांग है कि बलात्कारी को समय रहते फांसी पर चढ़ाया जाए. रैली, प्रदर्शन में बीजेपी के जिम्मेदार पदाधिकारियों को छोड़कर लगभग सभी उपस्थित रहे. दोपहर 12 बजे चालू हुआ प्रदर्शन काफी देर तक चला.
आदिवासी समाज संगठन द्वारा रैली प्रदर्शन के दौरान कहा गया कि एक माह के भीतर आरोपी को फांसी की सजा हो. इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई हो. ताकि इस तरह के मामलों में पीड़ित परिवार को समय रहते न्याय मिल सके. गौरतलब है कि सोमवार शाम को समीपस्थ ग्राम की 13 वर्षीय नाबालिग को गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा हैवानियत का शिकार बनाया गया. नाबालिग की हालत गंभीर बनी हुई है. सिर में गंभीर चोट की वजह से ब्रेन में खून के थक्के जमे हैं. पसली टूटी है. शरीर पर चोट के निशान हैं.
बैतूल से अधिकारियों को भेजा गया है नागपुर
पीड़ित नाबालिग के उपचार में कहीं कोई चूक ना रह जाए. इसके लिए शासन द्वारा कलेक्टर, एसपी और डॉक्टर प्रतिनिधि के रूप में बैतूल जिला मुख्यालय से तीन अधिकारियों को नागपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. ताकि नाबालिग के स्वास्थ्य की पल-पल की जानकारी स्थानीय प्रशासन को मिल सके. रैली प्रदर्शन के दौरान आदिवासी समाज संगठन ने बलात्कारी का पुतला बनाकर सड़क पर घसीटा और लात जूतों से पिटाई भी की. मौके पर तहसीलदार मोनिका विश्वकर्मा भी पहुंची हैं.वहीं सुरक्षा में पुलिस प्रशासन जुटा है.