बड़वानी। महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन की आशंका से प्रवासी मजदूरों की एक बार फिर आवाजाही शुरू हो गया है. शासन ने महाराष्ट्र में बसों के संचालन पर रोक लगा दी है. बावजूद इसके, लोग चोरी-छिपे बॉर्डर पार कर अपने घरों की ओर जा रहे हैं. साथ ही जिला प्रशासन बॉर्डर पर सख्ती से जांच के बाद ही लोगों को प्रवेश देने के दावे कर रहा है, जबकि जिले के पलसूद स्थित चिंदी घाटी पर एक बस पहाड़ी से टकरा गई. इस घटना ने सारे दावे की पोल खोल दी.
यात्री बस पहाड़ी से टकराई
जिले में पलसूद थानांतर्गत के पास चिंदी घाटी में अनियंत्रित होकर बस पहाड़ी से टक्करा गई. हादसे में करीब 13 लोग घायल हो गए हैं, जबकि 2 गंभीर रुप से घायल हैं. बस में करीब 250 यात्री बैठे हुए थे. हादसे की सूचना पुलिस को दे दी गई है. बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन की आशंका में 32 सीट वाली बस से करीब 250 मजदूर पुणे से यूपी जा रहे थे. गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी भी जान-माल की हानी नहीं हुई.
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ड्राइवर ने पी थी शराब
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर ने 1,500 की जगह 3,000 रुपए किराया लिया. वहीं सामान का भाड़ा भी 18 प्रति किलो के हिसाब से लिया. बस में करीब 4 से 5 ड्राइवर थे, जिन्होंने रास्ते में एक ढाबे पर शराब पी थी और चिंदी घाटी उतरते समय बस न्यूटल में थी. शराबी वाहन चालक से बस कंट्रोल नहीं हुआ, जिसके कारण बस पहाड़ी से टक्करा गई. इस बीच ड्राइवर बस से कूदकर भाग निकला, जबकि एक युवक ने खाई की तरफ जा रहे बस को मोड़कर पहाड़ी से टकरा दिया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया. बस में सवार सभी मजदूर यूपी के कानपुर और इटावा जा रहे थे.