बड़वानी। जिले से मजदूरी के लिए पलायन कर गुजरात गए सैकड़ों मजदूरों को जिला प्रशासन द्वारा घर वापसी कराई जा रही है. राजकोट से ट्रेन के माध्यम से रतलाम रेलवे स्टेशन पहुंचे जिले के 900 से अधिक मजदूरों को बसों के माध्यम से जिले में लाया गया. जहां उन्हें साबुन से हाथ-मुंह धुलवाकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया, वहीं खाना खिलवाकर फिर से बसों के माध्यम से उनके गृह ग्राम तक पहुंचवाया गया.
कलेक्टर अमित तोमर ने बताया कि लॉकडाउन के कारण गुजरात में फंसे जिले के इन मजदूरों को विशेष ट्रेन के माध्यम से सुबह रतलाम लाया गया. जहां से इन मजदूरों को अधिकारियों की देख-रेख में बसों के माध्यम से जिले में लाया गया. यहां आने के साथ सबसे पहले साबुन से उनके हाथ-मुंह धुलवाए गये. जिसके तुरंत बाद सेनिटाइजर से हाथ साफ कराकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया. इस दौरान उन्हें खाने के पैकेट भी वितरित किये गये. वहीं प्रत्येक मजदूर की व्यक्तिगत जानकारी नोट कर उन्हें उनके घरों तक बसों के माध्यम से पहुंचाया गया है. कलेक्टर तोमर ने बताया कि इन मजदूरों की जानकारी उनके ग्राम के सरपंच एवं सचिव से साझा की जायेगी, जिससे वे इन्हें अगले 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन में रहना सुनिश्चित करवा सके.
शनिवार को ट्रेन से मेघनगर पहुंचने वाले 987 मजदूरों को 32 बसों के माध्यम से जिले में लाया जायेगा. शनिवार को सुबह 6 बजे मेघनगर पहुंचने वाली इस ट्रेन के लिये कल जिले से 32 बसों को उनके प्रभारी अधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों के साथ समुचित सूखा नाश्ता देकर रवाना कर दिया गया था. नोडल अधिकारी ट्रेनों से आ रहे इन मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर उन्हें नाश्ता करवाकर बसों से लेकर जिले में पहुंचेंगे. जिले में पहुंचने के साथ ही फिर से इनका स्वास्थ्य परीक्षण और भोजन करवाने के साथ इन्हें बसों से ही इनके गृह ग्राम तक पहुंचाया जायेगा.