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सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने पर फूटा किसानों का गुस्सा, नगर में पानी नहीं छोड़ने का लगाया आरोप

सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने पर किसानों की गुस्सा भूट पड़ा. किसानों ने जिला मुख्यालय में नर्मदा घाटी विकास विभाग के इंदिरा सागर परियोजना के कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों का आरोप है कि परियोजना की मुख्य नहर से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है.

farmers outside of dm office
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Published : Jun 3, 2019, 10:18 PM IST

बड़वानी। जिले के सजवानी गांव के किसानों ने नहरों से खेतों को सही तरह से पानी नहीं मिलने को लेकर जिला मुख्यालय पहुचकर नर्मदा घाटी विकास विभाग के इंदिरा सागर परियोजना के कार्यालय का घेराव कर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन करते किसान

किसानों का आरोप है कि इस समय नहरों के माध्यम से खेतों में पानी दिया जा रहा है, जो एक दिन छोड़ कर मिल रहा है. पानी के अभाव में बीज अंकुरित होने से पहले दम तोड़ रहे हैं. ऐसे में अधिकारी नहर से पानी छोड़ने के एवज में पैसे की मांग कर रहे हैं.

कार्यपालन अधिकारी टीआर पचौरे का कहना है कि इंदिरा सागर परियोजना की मुख्य नहर में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं आने से रात में नहर पर स्थित स्टॉपर के गेट खोल दिए जाते हैं, जिससे पानी का रुख अन्य नहरों की ओर हो जाता है. इंदिरा सागर की मुख्य नहर से वितरण शाखाओं वाली नहरों को सीआर से पानी छोड़ा गया है जो अगले 24 घण्टे में पहुंचने की सम्भावना है.

इस आश्वासन से बाद आक्रोशित किसानों ने समयसीमा के बाद फिर से कार्यालय का घेराव करने की बात कही है. जिले में इंदिरा सागर परियोजना की नहरों से 19,600 हेक्टयर भूमि सिंचित होकर 22,400 किसान लाभान्वित होंगे.

बड़वानी। जिले के सजवानी गांव के किसानों ने नहरों से खेतों को सही तरह से पानी नहीं मिलने को लेकर जिला मुख्यालय पहुचकर नर्मदा घाटी विकास विभाग के इंदिरा सागर परियोजना के कार्यालय का घेराव कर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन करते किसान

किसानों का आरोप है कि इस समय नहरों के माध्यम से खेतों में पानी दिया जा रहा है, जो एक दिन छोड़ कर मिल रहा है. पानी के अभाव में बीज अंकुरित होने से पहले दम तोड़ रहे हैं. ऐसे में अधिकारी नहर से पानी छोड़ने के एवज में पैसे की मांग कर रहे हैं.

कार्यपालन अधिकारी टीआर पचौरे का कहना है कि इंदिरा सागर परियोजना की मुख्य नहर में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं आने से रात में नहर पर स्थित स्टॉपर के गेट खोल दिए जाते हैं, जिससे पानी का रुख अन्य नहरों की ओर हो जाता है. इंदिरा सागर की मुख्य नहर से वितरण शाखाओं वाली नहरों को सीआर से पानी छोड़ा गया है जो अगले 24 घण्टे में पहुंचने की सम्भावना है.

इस आश्वासन से बाद आक्रोशित किसानों ने समयसीमा के बाद फिर से कार्यालय का घेराव करने की बात कही है. जिले में इंदिरा सागर परियोजना की नहरों से 19,600 हेक्टयर भूमि सिंचित होकर 22,400 किसान लाभान्वित होंगे.

Intro:बड़वानी।समीपस्थ ग्राम सजवानी के किसानों ने जिला मुख्यालय पहुच कर नर्मदा घाटी विकास विभाग के इंदिरा सागर परियोजना (नहरे) अंतर्गत नर्मदा विकास सम्भाग क्रमांक 11 के कार्यालय पहुच कर घेराव किया साथ जमकर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।


Body:आक्रोशित किसानों का कहना है इस समय नहरों के माध्यम से क्षेत्र में पानी दिया जा रहा है कभी 1 दिन छोड़ कर मिल रहा है वही नहर के भरोसे बुआई कर चुके पानी के अभाव में बीच अंकुरित होने से पहले दम तोड़ रहे है तथा नहर में पानी छोड़ने के एवज में पैसे की मांग की जारी है साथ ही नहरों के गुणवत्ता विहीन कार्यो की भी शिकायत कर रहे है वही जिम्मेदार अधिकारी का कहना की इंदिरा सागर परियोजना की मुख्य नहर जो कि खण्डवा - पुनासा से 250 किमी की दूरी पर है और पानी मुख्य नहर से 235 तक आ चुका है तथा 244 किमी तक आना बाकी है। मुख्य नहर में पर्याप्त मात्रा में पानी नही आने तथा रात में नहर पर स्थित स्टॉपर के गेट खोल दिए जाते है जिससे पानी का रुख अन्य नहरों की और हो जाता है। इंदिरा सागर की मुख्य नहर से वितरण शाखाओं वाली नहर 95 किमी की सीआर से पानी छोड़ा गया है जो अगले 24 घण्टे में पहुचने की सम्भावना है इस आश्वासन से बाद आक्रोशित किसानों ने समयसीमा के बाद फिर से कार्यालय का रुख कर घेराव की बात कही है । जिले में इंदिरा सागर परियोजना की नहरों से 19600 हेक्टयर भूमि सिंचित होकर 22400 किसान लाभान्वित होंगे।
बाइट01-मुकेश काग -किसान
बाइट02-टीआर पचौरे-कार्यपालन अधिकारी


Conclusion:इंदिरा सागर परियोजना की नहरों में पानी नही होने से किसानों के माथे की लकीरो पर चिंता के बादल आना स्वभाविक है जबकि अधिकारी नहर में पानी को बीच मे ही लोगो द्वारा टर्न दिए जाने की बात की जा रही है साथ ही अगले चौबीस घण्टे में पर्याप्त पानी नहरों में छोड़ा जाएगा।
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