बड़वानी। मुंबई से उत्तरप्रदेश के गोंडा जा रहे एक पैदल यात्री की राष्ट्रीय राजमार्ग-3 पर जुलवानिया के समीप मौत हो गई. मृतक के भाई मोहम्मद शकील के अनुसार 4 लोग मुंबई से यूपी के गोंडा के लिए पैदल निकले थे. चार-पांच दिन चलने के बाद जुलवानिया के समीप निसार अहमद को चक्कर आने लगे और उसने कहा कि मेरा सिर घूम रहा है, फिर उसे उल्टी होने लगी.
साथियों ने निसार को पेट्रोल पंप पर लगे नल से पानी भरकर उसे पानी पिलाया, जिससे उसे थोड़ा आराम हुआ. उसके बाद फिर थोड़ा आगे चलने पर उसका फिर सिर घूमने लगा और दोबारा उल्टी होने लगी. तभी साथियों ने पॉलिथीन निकालकर उसे साफ कर जमीन पर लेटा दिया.
उसे फिर उलटी हुई और आराम की मुद्रा में लेट गया. लेकिन जब निसार एक घंटे के बाद भी नहीं उठा, तो पुलिस को फोन किया. उसके बाद वहां हाइवे पर तैनात एंबुलेंस पहुंची और उसे चेक किया तो युवक की मौत हो चुकी थी.
मृतक के साथी ने बताया कि दो दिन पहले उसने रोजा भी रखा था. गुरुवार को रोजा नहीं था, रास्ते में सुबह एक जगह पूरी-भाजी मिली थी, वही खाई थी. हमें 5 दिनों में एक टाइम का खाना अगर मिल जाता था, तो खा लेते थे, एकदम से 30 से 35 किलोमीटर चलते थे और थोड़ा बहुत गाड़ियों से लिफ्ट मिल जाती थी तो ले लेते थे.
जुलवानिया थाना प्रभारी तारा मण्डलोई ने बताया कि नेशनल हाइवे 3 पर मजदूर जा रहे थे. सूचना मिली कि ठान फाटे के आगे एक राहगीर की तबीयत अचानक खराब हो गई और वह बेहोश हो गया है, जिस पर पुलिस फोर्स भेजी और हाइवे एंबुलेंस वहां पहुंची. लेकिन उस राहगीर की मौत हो गई.