बड़वानी। जिले के 7 महाविद्यालयों के नाम परिवर्तन संबंधी आदेश किया जारी किया है. कलेक्टर डाॅ. राहुल फटिंग ने 27 जनवरी 2023 को प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग की अध्यक्षता में में आयोजित जिला स्तरीय बैठक में पारित प्रस्ताव अनुसार जिले के 7 महाविद्यालयों के नाम परिवर्तन करने संबंधी आदेश जारी किए हैं. आदिवासी आरक्षित चारों विधानसभा सभाओं पर जननायकों के नाम से कॉलेजों का नामकरण भाजपा ने बड़ा चुनावी दांव खेला है, जिसको लेकर कोई भी दल विरोध दर्ज नहीं करा सकता, लेकिन भाजपा इसे भुना सकती है.
इन महाविद्यालयों के नाम हुए परिवर्तित: कलेक्टर द्वारा जारी आदेश अनुसार शासकीय महाविद्यालय पाटी का नाम भगवान बिरसा मुण्डा शासकीय महाविद्यालय, शासकीय महाविद्यालय अंजड़ का नाम स्वामी अर्मूतानंद शासकीय महाविद्यालय अंजड़, शासकीय महाविद्यालय राजपुर का नाम संत श्री सिंगाजी शासकीय महाविद्यालय राजपुर, शासकीय महाविद्यालय सेंधवा का नाम वीर बलिदानी खाज्या नायक, शासकीय महाविद्यालय निवाली का नाम पद्म श्री स्व. कांता बहन त्यागी शासकीय महाविद्यालय निवाली, शासकीय महाविद्यालय पानसेमल का नाम श्री अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय महाविद्यालय पानसेमल तथा शासकीय महाविद्यालय बलवाड़ी का नाम वीर बलिदानी टंट्या मामा शासकीय महाविद्यालय बलवाड़ी किया गया है.
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आदिवासियों के सहारे भाजपा की नैया: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सत्तारूढ़ बीजेपी कोई कोर कसर बाकी नही रहने देना चाहती. आदिवासी सीटों पर दोनों प्रमुख दलों की नजर है, वर्तमान में बड़वानी की चारों आदिवासी आरक्षित सीटों में से तीन पर कांग्रेस व एक पर भाजपा का कब्जा है. भाजपा हर हाल में चारों विधानसभा सभाओं पर जीत दर्ज करना चाहती है, ऐसे में आदिवासी वोटरों को लुभाने के लिए अब स्वतंत्रता सेनानी व समाजसेवीयों के नाम का सहारा ले रही है. इसी कड़ी में जिले के 7 महाविद्यालयों के नाम बदल कर आदिवासी जननायकों के नाम से करने के आदेश जारी किए है, जबकी बड़वानी का शासकीय कॉलेज पहले ही शहीद भीमा नायक के नाम से परिवर्तित किया गया है. अब देखने वाली बात होगी कि विकास के दांवे भरने वाली भाजपा आदिवासी जन नायकों के नाम का कितना फायदा ले पाती है.