बालाघाट। जिले में मंगलवार को तीन नए कोरोना मरीज मिले हैं, अब तक जिले में कुल 29 कोरोना मरीज मिल चुके हैं, जिनमें से 18 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और 11 मरीजों का इलाज कोविड केयर सेंटर में चल रहा है. जिसमें किर्गिजस्तान से आयी एक मेडिकल स्टूडेंट के घर और उसके निवास की गली को सुबह प्रशासनिक अमले ने कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर सील कर दिया है, जबकि लड़की के विदेश से आने की जानकारी नहीं देने पर पिता के खिलाफ पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज किया है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय के अनुसार 30 जून को तीन मरीजों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है, जो रूस एवं किर्गिस्तान से वापस लौटे हैं. ये सभी छात्र-छात्राएं मेडिकल की पढ़ाई करने वहां गए थे. बालाघाट वापस आने पर उन्हें उनके घर न भेजकर क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था, जैसे ही उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी, उन्हें उपचार के लिए डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर गायखुरी बालाघाट में शिफ्ट कर दिया गया है.
कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर कोरोना पॉजिटिव मेडिकल छात्रा के परिजनों पर क्वारेंटाइन नियमों व आपदा प्रबंधन अधिनियम का उल्लंघन करने और कोरोना संक्रमित देश रूस से छात्रा के घर वापस आने के बाद उसकी जानकारी छिपाने के लिए एफआईआर दर्ज कराई गई है. मोती तालाब चौक बालाघाट निवासी बालिका 23 जून को किर्गिस्तान से वापस लौटी है. वो 26 जून तक अपने घर पर ही रूकी थी, छात्रा के विदेश से आने के कारण उसे स्वयं के व्यय पर होटल में क्वारेंटाइन रहने को कहा गया था, लेकिन उसने इसे अनसुना कर दिया था. प्रशासन के दबाव बनाने पर छात्रा 26 जून को होटल में क्वारेंटाइन होने गई थी. 30 जून को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे आइसोलेट किया गया है.