बालाघाट। कई दशकों से नक्सली समस्या से जूझ रहे हैं. नक्सली अपनी मौजूदगी का अहसास समय-समय पर नक्सली बैनर और पर्चों के माध्यम से कराते रहते हैं. इस बार नक्सलियों ने बैनर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नीतियों का विरोध किया है. वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की मांगों का समर्थन किया है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की मांग जायज: वहीं, बैनर के माध्यम से नक्सलियों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की मांगों को जायज बताया है. उन्हें अपना आंदोलन जारी रखने की बात कही है. इस दौरान बैनर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 24 हजार और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 18 हजार रूपये वेतनमान देने की अपील की है. रिटायरमेंट के बाद कार्यकर्ता को 5 लाख व सहायिका को 3 लाख एक मुश्त देने और पेंशन की सुविधा देने की मांग की है.
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सरकार के नीतियों के विरोध में करेंगे तेज आंदोलन: नक्सलियों ने बालाघाट से बैहर मार्ग पर बैनर बांध कर प्रदेश सरकार का विरोध जताया. बालाघाट के लालबर्रा स्थित सोनेवानी अभ्यारण का भी जिक्र किया है. बैनर में बालाघाट में पेशा एक्ट को लेकर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री चौहान का जिक्र किया है. सोनवानी, सेलेझरी अभ्यारण के लिए 742 गावों का विस्थापन करना शिवराज सरकार की विफलता है. इसलिए यहां की जनता चुप न बैठे, शिवराज सिंह चौहान की नीतियों के विरोध में लड़ाई और तेज करें.