बालाघाट। वारासिवनी में 3 दिवसीय 65वीं संभागीय योग ओलंपियाड प्रतियोगिता में खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल पहुंचे. इस दौरान मंत्री जायसवाल ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की. खनिज मंत्री ने कार्यक्रम में बच्चों को योग का महत्व बताते हुए खुद भी योग किया.
खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि पहली बार वारासिवनी में योग, ओलंपियाड प्रतियोगिता देखने मिल रही हैं. मंत्री ने मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रतियोगिताओं को आयोजित करने वाले आयोजन मण्डल की पूरी टीम को बधाई दी.
खनिज मंत्री ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि संभागीय कार्यक्रम की व्यवस्था को देखकर वे काफी खुश हैं. प्रदीप जायसवाल ने इस बात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज के बदलते परिवेश में बच्चे अपना आत्मविश्वास खो रहे हैं.
इससे बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान पढ़ाई में उठाना पड़ रहा है. इसके लिए जरूरी है कि माता-पिता शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ योग और खेलकूद जैसे कार्यक्रम के लिए उन्हें प्रेरित करें.
योग को बताया जीवन का अंग
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत में सबसे पहले योग प्रारंभ हुआ था. उन्होंने कहा कि आज उन्हें बेहद खुशी है कि छोटे-छोटे बच्चों द्वारा शानदार प्रस्तुति पेश की गई और ये बच्चे जहां भी आगे जाकर देश के लिए और उपलब्धि हासिल करेंगे.
योग को बताया ऊर्जा का केंद्र
खनिज मंत्री ने कहा कि योग और खेलकूद से ऊर्जा उत्पन्न होती है. उन्होंने कहा कि योग और खेलकूद से शरीर में ऊर्जा उत्पन्न होती है और साथ ही हम अपने कार्य ठीक तरीके से कर पाते हैं और बीमरियां भी हमें छू नहीं पाती है.
बाबा रामदेव पर साधा निशाना
कैबिनैट मंत्री ने कहा कि बाबा रामदेव के आने के बाद भारत में योग प्रारंभ नहीं हुआ बल्कि योग विश्व को भारत की ही देन है. प्राचीन काल से ही हमारे ऋषि मुनि नागरिकों को योग की शिक्षा दी है.