बालाघाट। इस आदिवासी रिजर्व सीट पर पिछले 10 सालों से भाजपा को जीत का इंतजार है. सालों से आदिवासी बाहुल्य यह विधानसभा क्षेत्र नक्सल समस्या से जूझ रहा है. विकास अब भी यहां कोसों दूर नजर आता है. स्वास्थ्य , शिक्षा, सड़क,बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का ग्रामीण अंचलों में अभाव बना हुआ है. जबकि, यहां विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क यहां स्थित है.
प्रदेश भर में विधानसभा चुनाव के राजनीतिक परिदृश्य से रूबरू करवाने विधानसभा वार ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंच रही है. इसी कड़ी में बालाघाट जिले की आदिवासी बाहुल्य बैहर विधानसभा पहुंच कर भाजपा के प्रत्याशी भगतसिंह नेताम से ईटीवी भारत के संवाददाता ने सीधी बातचीत की. उनसे चुनावी सरगर्मियों पर चर्चा की. साथ ही किन मुद्दों पर वे जनता के बीच जाकर जन समर्थन हासिल कर रहे हैं और उन्हें कितना प्रतिसाद मिल पा रहा है, यह जानने की कोशिश की.
क्या बोले बीजेपी प्रत्याशी: ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए भाजपा प्रत्याशी भगत सिंह नेताम ने कहा कि स्पष्ट रूप से जहां पर भी मैं गांव में जनसंपर्क करने गया हूं. वहां महिलाओं का, बुजुर्गों का, किसानों का लगातार आशीर्वाद मिल रहा है. सब चाहते हैं कि अबकी बार बैहर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक को हटाकर सरकार के साथ जुड़ने वाले विधायक को विधानसभा पहुंचाएं.
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से पिछले 10 वर्षों में जो कांग्रेस के विधायक ने नहीं किया, उसका लाभ भाजपा को मिल रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि नेता, नेतृत्व, नीति और नियत यह चार चीज़ लोकतंत्र की कसौटी के लिए आवश्यक है. हमारा नेता भी खरा है. नेतृत्व में कहीं कोई शंका नहीं है. हमारी नीति स्पष्ट है, और नियत बिल्कुल साफ है. सेवा के साथ में विकास के कार्य हमारी प्राथमिकता है. इसलिए मैं इस बात को कह सकता हूं कि भाजपा के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है और आगे भी बढ़ता ही रहेगा.
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पिछले 10 सालों से कांग्रेस का विधायक: बैहर विधानसभा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है. यह सीट एस टी कोटे के लिए आरक्षित है. जहां से कांग्रेस के विधायक संजय उईके पिछले 10 सालों से जीत रहे हैं. इसके अलावा बैहर विधानसभा क्षेत्र अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. जहां अक्सर नक्सली वारदात देखने और सुनने को मिलती है. बैहर विधानसभा क्षेत्र में ही विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिजर्व का मुक्की गेट स्थित है. वही, क्षेत्र के विकास की बात की जाए आज भी यहां पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है, ग्रामीण अंचलों में विकास कोसों दूर नजर आता है.
हालांकि, कांग्रेस और भाजपा दोनों ही अपने-अपने तरीके से विकास के दावों को लेकर दंभ भरती है. लेकिन सच्चाई यही है की बैहर विधानसभा क्षेत्र में आज भी स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं दूरस्थ अंचलों में नाम मात्र की है.