बालाघाट। प्रदेश में नए साल की शुरुआत के साथ ही कांग्रेस ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इसी बीच गुरूवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह बालाघाट पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. अपने संबोधन में दिग्विजय सिंह ने केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को पूंजीपतियों के लिए अधिक फायदेमंद बताया. साथ ही स्वर्गीय इंदिरा गांधी के महत्वपूर्ण कार्यों का निजीकरण किए जाने पर कड़ा ऐतराज जताया. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं से आगामी नगर पालिका चुनाव के लिए अभी से तैयार रहने और जीत दर्ज कर भाजपा की धन बल की राजनीति को जवाब देने पर जोर दिया.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ ने अपने 15 माह के कार्यकाल में 26 लाख किसानों का कर्ज माफ किया है. साथ ही 100 यूनिट की खपत पर 100 रुपये बिजली बिल जैसी स्कीमों को जनता तक पहुंचाया है, लेकिन शिवराज सरकार ने खरीद फरोख्त करके सरकार गिराई.
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते दशकों पुराने संगठन के समन्वय और कार्यकुशलता की तारीफ की. दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम लोग भाजपा का विरोध करने के बजाय आपस में ही विरोध करना शुरू कर देते है. इस बात का मुझे आज दुख हो रहा है. उन्होने देश में चल रहे किसान आंदोलन को अदभूत सत्याग्रह बताते हुए कहा कि जब यही किसान कोरोना काल में लोगों की मदद के लिए आगे आकर लंगर खिला रहे थे, तब इन्हें देशभक्त बताया जा रहा था, लेकिन आज वे ही लोग उन्हें खालिस्तानी कह रहे है, जिसका हम विरोध करते है.