बालाघाट। मध्यप्रदेश के बालाघाट में पुलिस ने डबल मनी के मामले में मुख्य आरोपी सोमेंद्र कंकराने सहित 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. लेकिन आज आरोपियों के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में सड़क पर लोग उतर आए. लोगों ने जिला मुख्यालय पर जमकर हुड़दंग और हंगामा किया. इसके चलते पुलिस को आंसू गैस छोड़ने के साथ ही बल का प्रयोग करना पड़ा. (Balaghat double money accused arrested) (Balaghat police released tear gas)
ये है पूरा मामला: जिले के लान्जी और किरनापुर क्षेत्र में लंबे समय से राशि को दोगुना करने का कारोबार फल-फूल रहा था. अधिकारी-कर्मचारी से लेकर आमजन को ठगा गया. हजारों लोगों से 10 करोड़ के करीब रकम की उगाही की गई। 15 दिन, महीना भर और 3 से 4 महीने में दोगुना होने के लालच में लोगों ने ठगी के इश गोरखधंधे में निवेश किया. इसी मामले में अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए लांजी थाने में 2 मामले और किरनापुर में 1 मामला दर्ज कर आरोपियों के पास से 10 करोड़ से अधिक की राशि जब्त की है. मामले में धन दोगुना करने के सरगना सोमेंद्र कंकराने व उसके 3 साथी, हेमराज आमाडारे, अजय तिड़के और इन आरोपियों के 11 साथियों को गिरफ्तार किया गया है. (doubling amount business Disclosure Balaghat) जो बिना किसी मान्यता और रजिस्टर्ड स्कीम के ग्रामीण इलाकों में लोगों से पैसे निवेश कराने के लिए एजेंट का काम करते थे. साथ ही लोगों को बरगलाकर और झांसा देकर उनके पैसे दोगुना, तीन गुना करने का दावा करते थे.
बालाघाट में रूपये दुगना करने के अवैध कारोबार का खुलासा, 10 करोड़ से अधिक राशि जब्त, 11 आरोपी गिरफ्तार
फेक करंसी का भी हो सकता है मामला: बालाघाट में इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस ने पहले भी महाराष्ट्र के गोंदिया और बालाघाट के एक गिरोह को पकड़ा था. जिसमें लोगों से असली करंसी लेकर 1 महीने 3 महीने या फिर 6 महीने में उसके पैसे दो गुना करने का लालच देते थे. जिसके बाद ग्राहक की डिमांड पर उन्हें नकली करंसी थमा दी जाती थी. पुलिस ने पुराने मामलों में 5 करोड़ से अधिक के नकली नोट जब्त किए थे. ये नकली नोट हूबहू असली करंसी से मिलते जुलते होते हैं. इनमें बारीक प्रिंटिंग मिस्टेक को ग्राहक पकड़ नहीं पाता है और वह इन ठगों का शिकार बन जाता है. बालाघाट पुलिस इस ताजा मामले को भी इसी से जुड़ा मानकर चल रही है.