अशोकनगर। मुक्तिधाम में उस समय खलबली मंच गई, जब एक लाश चिता से उठ कर बैठ गई. आवाज निकालने लगी. इसके बाद परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग और एम्बुलेंस को फोन किया. तत्काल मौके पर डॉक्टर्स और एम्बुलेंस पहुंचे, पर उसे मृत घोषित कर दिया गया.
इसके उपरांत भी परिजन नहीं मानें. मृतक को मुक्तिधाम से वापस जिला अस्पताल ले जाय गया, जहां उसकी इसीजी जांच हुई, लेकिन वहां भी उसे मृत घोषित कर दिया गया.
चिता से उठकर खड़ा हुआ मुर्दा, देखते ही देखते चलने लगी सांसें
चिता से उठकर खड़ा हुआ मुर्दा
दरअसल, अनिल जैन नाम के युवक की तबीयत खराब होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. करीब 15 दिनों से वह अस्पताल में भर्ती था. मृतक के परिजनों का कहना है कि वह कोरोना से संक्रमित था, जिसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. जब अंतिम संस्कार करने के लिए शव को मुक्तिधाम लाया गया, तो उसके शरीर में हलचल होने लगी. वह उठ कर बैठ गया.
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल में अनिल जिंदा था. उसके मुक्तिधाम में ही प्राण निकले हैं.