अशोकनगर। जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर तूमेन गांव में 45 साल की महिला को सांप ने काट लिया, जिसके बाद महिला की चीख सुनकर परिजन महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने महिला की जान बचाने की कोशिश करते हुए एंटी स्नेक इंजेक्शन सहित उपचार किया. लेकिन इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. जिसके बाद ड्यूटी डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर उसे पोस्टमार्टम के लिए रखने की बात कही. लेकिन परिजन महिला को जिंदा बताते हुए उसे दूसरे ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़-फूंक कराने के लिए ले जाने की जिद पर अड़ गए. हालांकि, अस्पताल द्वारा अनुमति नहीं मिलने पर परिजनों ने अस्पताल में ही झाड़-फूंक शुरू करा दी. जिसके बाद जिला अस्पताल प्रबंधन ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की और देखते ही देखते मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल अस्पताल परिसर में पहुंच गया.
पुलिस और अस्पताल प्रबंधन के सामने हुई झाड़-फूंक
जब जिला अस्पताल में मृतक महिला के परिजनों को पुलिस ने परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी तो महिला के परिवारवालों ने जानकारों को बुलाकर जिला अस्पताल परिसर में ही महिला की झाड़-फूंक शुरू करा दी. करीब तीन घंटे तक हुई इस नौटंकी के बाद भी आखिर महिला ठीक नहीं हुई, जिसके बाद गांव के सरपंच अवतार सिंह ने परिवारवालों को समझाया. सरपंच की समझाइश के बाद महिला को पोस्टमार्टम रूम में रखवाया गया.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
जिला अस्पताल में मृत महिला की झाड़-फूंक के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीज और परिजन घेरा बनाकर पूरे नाटक को देखते रहे. इस दौरान वहां मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गई. जिस कारण वहां सोशल डिस्टेंस की धज्जियां साफ तौर पर उड़ते हुए देखने को मिली. लेकिन मौके पर जिला अस्पताल के सुरक्षा गार्ड और पुलिस ने किसी भी तरह की सख्ती नहीं दिखाई.
घर में ही सांप ने काटा
मृतक महिला के पति परमानंद ने बताया कि तूमेन गांव में कमलेश बाई अपनी चक्की पर बैठी हुई थी, तब ही अचानक भूरे रंग के सांप ने आकर उसे काट लिया. जिसके बाद वह चीखने-चिल्लाने लगी. उसकी चीख सुनकर हम लोग उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
पुलिस की जांच का विषय
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ हिमांशु शर्मा ने बताया की महिला जब अस्पताल में उपचार के लिए आई थी, तो मैं भी उसे देखने गया था. महिला को एंटी स्नेक बीनेम इंजेक्शन भी लगाए गए लेकिन हम उसे बचा नहीं सके. जिसके बाद इस बात की सूचना हमने पुलिस को दी. अब पुलिस के सामने क्या हुआ हमें नहीं पता. हालांकि, यह पुलिस के जांच का विषय है और वह उसे बाखूबी निभाएगी.