अनूपपुर। जिले से कोरोना वैक्सीनेशन में नियमों की अनदेखी का मामला सामने आया है. कोरोना वैक्सीनेशन के प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीकाकरण के निर्देश भले ही शासन द्वारा दिए गए हो, लेकिन बिजुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिशा निर्देशों की अवहेलना करने का मामला सामने आया है. जिसमें रसूखदार परिवार और कारोबारी के कर्मचारियों को सरकार द्वारा दी जा रही वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया है. जबकि केडिया परिवार उनके अधीनस्थ कर्मचारी सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार फ्रंटलाइन वर्करों में यह कर्मचारी नहीं आते हैं. उसके बाद भी जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वैक्सीन पहली डोज लगाई गई.
कर्मचारी अमित कुमार पांडे जोकि केडिया परिवार में दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्य करता है. उसे 30 तारीख को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई थी. 30 जनवरी की जारी सूची में केडिया परिवार के पांच सदस्यों के साथ एक कर्मचारी को कोरोना वैक्सीन की सूची में नाम था. साथ ही दो फरवरी की सूची में आठ सदस्यों का नाम है जिसमें 18 वर्ष से लेकर 50 वर्ष ऊपर तक के सदस्य शामिल है, जोकि कोरोना वैक्शिनेसन के गाइडलाइन के दायरे में नहीं आते हैं. कोरोना योद्धाओं को छोड़ आम नागरिकों को यह वैक्सीन कैसे उपलब्ध हो रही है, अब यह जांच का विषय है.
अधिकारी नहीं दे पाए जवाब
जब इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सीएचएमओ वीडी सोनवानी से पूछा गया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. बल्कि एक दूसरे पर ही आरोप मढ़ते हुए देखे नजर आये. सीएचएमओ ने कहा कि मामले को पहले देखा जाएगा और उसके बाद जांच करूंगा. गौरतलब है कि इस मामले की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खंड चिकित्सा अधिकारी को पहले से ही थी. जिनके द्वारा मेडिकल ऑफिसर को परिवार के सदस्यों को वैक्सीन नहीं लगाए जाने के निर्देश दिए जाने की बात कहीं गई है.