अनूपपुर। खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह के सोशल मीडिया प्रभारी नेक मोहम्मद के द्वारा मंत्री के लेटर पैड पर बीमारी सहायता स्वेच्छा अनुदान के लिए अनूपपुर कलेक्टर को पत्र लिखा था, जिसमें स्वयं नेक मोहम्मद, सोमरा और सुशांत के उपचार के लिए 1 लाख 20 हजार रुपये स्वीकृत किए जाने की अनुशंसा की गई थी. जिसमें नेक मोहम्मद के द्वारा खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह के फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे. जब यह पत्र अनूपपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा तो कलेक्ट्रेट कार्यालय के कर्मचारियों के माध्यम से यह जानकारी खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह तक पहुंची.
अनूपपुर कलेक्टर को लिखा पत्र: यह बात सुनकर मंत्री बिसाहूलाल सिंह के होश उड़ गए, क्योंकि उन्होंने ऐसा कोई भी पत्र बीमारी सहायता के लिए अनूपपुर कलेक्टर को नहीं लिखा था, जिसके पश्चात इस मामले की जांच करते हुए दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई किए जाने को लेकर खाद्य मंत्री के द्वारा अनूपपुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार को पत्र लिखा गया था. इस मामले पर जांच करते हुए पुलिस ने सोशल मीडिया प्रभारी नेक मोहम्मद के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर लिया है.
सोशल मीडिया प्रभारी ने किए थे मंत्री के फर्जी हस्ताक्षर: पचखुरा निवासी नेक मोहम्मद बीते 3 वर्षों से खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह का सोशल मीडिया प्रभारी था, जो अनूपपुर के साथ ही भोपाल में भी मंत्री के कार्यालय में रहकर ऑपरेटर का कार्य किया करता था. जहां मंत्री बिसाहूलाल सिंह के साथ कार्य करते हुए पैसों की आवश्यकता पड़ने पर वह फर्जीवाड़ा करने से भी पीछे नहीं रहा. जिसके द्वारा स्वयं अपने नाम के साथ ही अपने 2 सहयोगियों के नाम पर भी बीमारी सहायता राशि स्वेच्छा अनुदान राशि स्वीकृत करने का पत्र लिखते हुए मंत्री के फर्जी हस्ताक्षर भी कर डालें.
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आरोपी के खिलाफ मामला दर्जः थाना प्रभारी सुमित कौशिक ने इस मामले पर मंत्री बिसाहूलाल सिंह के निजी सहायक महेश प्रसाद साहू की सूचना पर आरोपी नेक मोहम्मद के विरुद्ध 1 लाख 20 हजार रुपये की धोखाधड़ी के मामले में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है. अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. थाना प्रभारी सुमित कौशिक ने बताया कि ''आरोपी नेक मोहम्मद के खिलाफ जालसाजी के आरोप में केस दर्ज कर लिया है. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.''