अलीराजपुर। लॉकडाउन 5.0 में मिली छूट के बाद अब धीरे-धीरे बाजार खुलने लगे हैं, लेकिन जो उम्मीद पहले थी उससे कम व्यापार हो रहा है. बात करें सीजन के आम की तो इस बार आम की आवक मात्र 10 परसेंट हुई है. मध्य प्रदेश की देसी आम की सबसे बड़ी मंडी अलीराजपुर में है. मंड़ी में आम की आवक शुरू हो चुकी है, लेकिन जो उम्मीद किसान और व्यापारियों ने लगाई थी उससे कम आम आया है. वहीं लॉकडाउन के चलते अन्य प्रदेशों से आने वाले व्यापारी भी इस बार नहीं आए हैं. जिससे काफी नुकसान हुआ है.
मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी देसी आम की मंडी अलीराजपुर में आम की आवक शुरू होने के बाद मंडी में कुछ हद तक रौनक दिखने लगी है. बता दें कि अलीराजपुर की देसी आम की मंडी राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में व्यापारी यहां आम खरीदी के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते अन्य प्रदेशों से आने वाले व्यापारी नहीं पहुंच पा रहे हैं और प्रदेश के लोकल व्यापारी ही आम की खरीदी कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि किसानों का इस बार अच्छा दाम मिला है, लेकिन आम की आवक कम होने से उतना मुनाफा नहीं हुआ है. पिछली बार यही आम की कीमत 10 से 12 किलो थी और इस बार आवक कम होने से 35 से लेकर 40 रुपए तक का भाव किसानों को मिल रहा है. लेकिन आम की आवक कम होने से व्यापारियों को इसका नुकसान झेलना पड़ता है.
वहीं कृषि उपज मंडी सचिव का कहना है कि आम की आवक कम होने से मंडी टैक्स में काफी घाटा हुआ है. जहां पिछली बार चार लाख के आस पास टैक्स की वसूली हुई थी. वहीं इस बार 40 से 50 हजार तक ही वसूली हो पाएगी. जिसके चलते मंडी को काफी घाटा होगा. उन्होंने बताया कि इस बार आम की आवक कम हुई है. साथ ही आम की क्वालिटी में भी फर्क आया है. जो आम पिछली बार ए क्वालिटी का था वहीं इस बार काफी छोटा आम दिखाई दे रहा है.