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कंठाल नदी पर बना ब्रिज हुआ क्षतिग्रस्त, भारी वाहनों के आवागमन पर लगी रोक

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Published : Jan 21, 2020, 3:53 PM IST

आगर-मालवा जिले में कंठाल नदी पर बना 46 साल पुराना ब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया है. कलेक्टर संजय कुमार ने सुरक्षा के मद्देनजर भारी वाहनों के गुजरने पर रोक लगा दी है.

Years old bridge over Kantha river damaged
कंठाल नदी पर बना सालों पुराना ब्रिज हुआ क्षतिग्रस्त

आगर-मालवा। जिले में इंदौर-कोटा राजमार्ग पर सुसनेर से 22 किलोमीटर दूर कंठाल नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है, 46 साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के शासन काल में इस पुल का निर्माण किया गया था. फिलहाल पुल के नीचले हिस्से में दरारे पड़ गई हैं, कुछ जगहों से सरिए नजर आने लगे हैं. पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए हादसे की आशंका बनी हुई है. कलेक्टर ने भारी वाहनों के गुजरने पर रोक लगा दी है. जिसके चलते भारी वाहनों को सुसनेर से जीरापुर माचलपुर होते हुए सोयत होकर कोटा की ओर निकाला जा रहा है.

कंठाल नदी पर बना सालों पुराना ब्रिज हुआ क्षतिग्रस्त

भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध
ओवर लोड वाहन जिनका वजन 12 टन से अधिक होगा, उनका आवागमन पुल पर प्रतिबंधित किया है. हर रोज सुसनेर के मोडी चौराहे और सोयत में माचलपुर तिराहे पर पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर ट्रकों को रोका जा रहा है, उन्हें निर्देशित किया जा रहा है कि, आगे कंठाल ब्रिज जर्जर हो चुका है. इस प्रकार के निर्देश पुलिसकर्मी ट्रक चालकों को दे रहे हैं. इस कार्य में 8- 8 घंटे की तीन शिफ्टों में दो- दो पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. इस तरह से कुल 12 पुलिसकर्मियों ने जिम्मेदारी संभाली है. कलेक्टर का यह आदेश 10 जनवरी से 5 फरवरी 2020 तक प्रभावी रहेगा.

Years old bridge over Kantha river damaged
कलेक्टर ने भारी वाहनों के आवागमन पर लगाया रोक

चार माह से नहीं हुआ पुल का केमिकल ट्रीटमेंट

करीब तीन से चार माह पहले एमपीआरडीसी भोपाल से चीफ इंजीनियर मेंटेनेंस योगेंद्र बागोले और टेक्निकल एडवाइजर ने निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान एमपी आरडीसी के उज्जैन संभाग के सहायक महाप्रबंधक अभिषेक गोखरू को केमिकल ट्रीटमेंट का प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्देश दिया था. ऐसी गंभीर स्थिति के बाद भी, अभी तक पुल को दुरुस्त नहीं किया गया है. जिसमें कहीं न कहीं उच्च अधिकारियों की लापरवाही नजर आती हैं.

आगर-मालवा। जिले में इंदौर-कोटा राजमार्ग पर सुसनेर से 22 किलोमीटर दूर कंठाल नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है, 46 साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के शासन काल में इस पुल का निर्माण किया गया था. फिलहाल पुल के नीचले हिस्से में दरारे पड़ गई हैं, कुछ जगहों से सरिए नजर आने लगे हैं. पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए हादसे की आशंका बनी हुई है. कलेक्टर ने भारी वाहनों के गुजरने पर रोक लगा दी है. जिसके चलते भारी वाहनों को सुसनेर से जीरापुर माचलपुर होते हुए सोयत होकर कोटा की ओर निकाला जा रहा है.

कंठाल नदी पर बना सालों पुराना ब्रिज हुआ क्षतिग्रस्त

भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध
ओवर लोड वाहन जिनका वजन 12 टन से अधिक होगा, उनका आवागमन पुल पर प्रतिबंधित किया है. हर रोज सुसनेर के मोडी चौराहे और सोयत में माचलपुर तिराहे पर पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर ट्रकों को रोका जा रहा है, उन्हें निर्देशित किया जा रहा है कि, आगे कंठाल ब्रिज जर्जर हो चुका है. इस प्रकार के निर्देश पुलिसकर्मी ट्रक चालकों को दे रहे हैं. इस कार्य में 8- 8 घंटे की तीन शिफ्टों में दो- दो पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. इस तरह से कुल 12 पुलिसकर्मियों ने जिम्मेदारी संभाली है. कलेक्टर का यह आदेश 10 जनवरी से 5 फरवरी 2020 तक प्रभावी रहेगा.

Years old bridge over Kantha river damaged
कलेक्टर ने भारी वाहनों के आवागमन पर लगाया रोक

चार माह से नहीं हुआ पुल का केमिकल ट्रीटमेंट

करीब तीन से चार माह पहले एमपीआरडीसी भोपाल से चीफ इंजीनियर मेंटेनेंस योगेंद्र बागोले और टेक्निकल एडवाइजर ने निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान एमपी आरडीसी के उज्जैन संभाग के सहायक महाप्रबंधक अभिषेक गोखरू को केमिकल ट्रीटमेंट का प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्देश दिया था. ऐसी गंभीर स्थिति के बाद भी, अभी तक पुल को दुरुस्त नहीं किया गया है. जिसमें कहीं न कहीं उच्च अधिकारियों की लापरवाही नजर आती हैं.

Intro:आगर-मालवा- जिले में इंदौर-कोटा राजमार्ग पर सुसनेर से 22 किलोमीटर दूर कंठाल नदी पर बने पुल पर खतरा बढ़ता जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जूनसिंह के कार्यकाल में बनाए गए इस पुल के नीचले हिस्से में जगह-जगह पर दरारे पर पड गई है, कुछ जगहो से सरीये नजर आने लगे है। पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए कभी भी हादसा होने की संभावना के चलते जिला प्रशासन ने इस पुल पर से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है। इस वजह से भारी वाहनों को सुसनेर से जीरापुर माचलपुर होते हुएं साेयत होकर कोटा की और निकाला जा रहा है। तो वही कोटा की और से आने वाले वाहनों को माचलपुर जीरापुर से सुसनेर मार्ग पर होते हुएं इंदौर की और निकाला जा रहा है। प्रशासन द्वारा पुल से निकलने के लिए बायपास का निर्माण नहीं किए जाने की वजह से इन वाहनो को 30-40 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड रहा है।Body:कलेक्टर संजय कुमार ने स्टेट हाईवे इंदौर-कोटा राजमार्ग पर सुसनेर से 15 किलोमीटर दूर कंठाल नदी पर निर्मित वृहद पुल क्षतिग्रस्त हो जाने पर परिस्थितियों एवं लोक सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए भारी वाहनों के यातायात को पूर्णत प्रतिबंधित कर दिया है। मोटर अधिनियम 1988 एवं मोटरयान नियम 1994 के अंतर्गत जारी आदेशानुसार भारी वाहन माल एवं यात्री जिनका वजन 12 टन से अधिक हो उनका आवागमन उक्त पुल पर प्रतिबंधित है। वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग सोयत - माचलपुर रोड होते हुए जीरापुर एवं जीरापुर से सुसनेर वाले मार्ग का उपयोग किया जा रहा है। कलेक्टर का यह आदेश 10 जनवरी से 5 फरवरी 20 तक प्रभावशाली रहेगा।Conclusion:8-8 घंटे की तीन शिफ्टो में तैनात है पुलिसकर्मी

मध्य प्रदेश राजस्थान सीमा को जोड़ने वाला इंदौर कोटा राजमार्ग पर सुसनेर से 22 किलोमीटर दूर कंठाल नदी पर बना 46 वर्ष पुराना ब्रिज जर्जर हो चुका है इस जर्जर ब्रिज से मालवाहक वाहनों के निकलने से प्रतिबंध कलेक्टर द्वारा लगा दिया गया है हर रोज सुसनेर के मोडी चोराहे व सोयत में माचलपुर तिराहे पर पुलिस द्वारा बैरिकेड लगाकर ट्रकों को रोका जा रहा है, उन्हें निर्देशित किया जा रहा है कि आगे कंठाल ब्रिज जर्जर हो चुका है कलेक्टर द्वारा उस पर निकलने से रोक लगा दी गई है आप जीरापुर मार्ग से मोडी होते हुए सुसनेर निकले और उज्जैन की और से आने वाले वाहनों को सुसनेर से जीरापुर होते हुएं सोयत पहुंचे इस प्रकार के निर्देश पुलिसकर्मी ट्रक चालकों को दे रहे है। इस कार्य में 8-8 घंटे की तीन शिफ्टो में दो-दो पुलिसकर्मियो की तैनाती की गई है। इस तरह से कूल 12 पुिलसकर्मी यहां िजम्मैदारी संभाले हुएं है।

लापरवाही - 4 माह बाद भी नहीं हुआ केमिकल ट्रीटमेंट

बता दे कि लगभग 3- 4 माह पूर्व एमपीआरडीसी भोपाल से चीफ इंजीनियर मेंटेनेंस योगेंद्र बागोले तथा टेक्निकल एडवाइजर श्री चेन्डके द्वारा निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान एमपी आरडीसी के उज्जैन संभाग के सहायक महाप्रबंधक अभिषेक गोखरू को केमिकल ट्रीटमेंट का प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्देश दिया था। ऐसी गंभीर स्थिति के बाद भी अभी तक पुल को दुरुस्त ना किया जाना कहीं ना कहीं उच्च अधिकारियों की लापरवाही दर्शाता है।

विजुअल- सुसनेर व सोयत कला में इंदौर कोटा राजमार्ग पर मोडी चोराहे व माचलपुर तिराहे के पास पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रक चालकों को परिवर्तित मार्ग से निकालने का निर्देश देते हुए।
क्षतिग्रस्त कंठाल पुल, जिस पर कलेक्टर ने लगाया भारी वाहनो का प्रतिबंध।
पुल पर से गुजरते हुएं छोटे वाहन।
इस तरह क्षतिग्रस्त हो गया है पुल।

बाईट- संतोष जोशी, पूर्व विधायक सुसनेर।
बाईट-मेहरबानसिंह सिसोदिया, पुलिसकर्मी।
बाईट- कमरपाल, ट्रक ड्रायवर।
बाईट- संजय कुमार, कलेक्टर आगर।

पीटीसी- राकेश बिकुन्दीया सुसनेर।
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