आगर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज आगर जिले के सुसनेर दौरे पर पहुंचे. जहां सुसनेर तहसील के ग्राम परसुलिया कला में करीब 5 माह पहले हुई नाबालिक स्कूली छात्रा ज्योति पाटीदार की संदिग्ध हत्या के मामले को लेकर परिजनों ने सीएम शिवराज से मदद की गुहार लगाई. ज्योति के परिजनों ने सीएम शिवराज से न्याय मांगा, जिस पर उन्होंने आईजी को मामले की सही तरीके से जांच करने के निर्देश दिए हैं.
सुसनेर तहसील के परसुलियाकला कला में करीब 5 माह पहले नाबालिक ज्योति पाटीदार नामक स्कूली छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. जिसके बाद यह मामला फरवरी में काफी सुर्खियों में रहा. उसके बाद मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया था, लेकिन जांच में क्या हुआ. किसी को कुछ भी नहीं पता है. इसी बीच मार्च माह में आगर दौरे के दौरान शिवराज सिंह चौहान एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. उस वक्त उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा था कि ज्योति को इंसाफ मिलना चाहिए, नहीं तो पूरे प्रदेश में आग लग जाएगी, लेकिन तब शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री थे और कमलनाथ तत्कालीन सीएम थे.
आईजी को दिए जांच के निर्देश
इसके बाद सरकार बदली और शिवराज सिंह चौहान अब वर्तमान मुख्यमंत्री हैं. ऐसे में ज्योति के परिजनों ने शिवराज सिंह चौहान से न्याय मांगा है. इससे पहले मार्च माह में ज्योति के लिए इंसाफ की मांग उठाए जाने के बाद कोरोना के चलते लॉकडाउन घोषित किया गया. जिसके बाद मामले की जांच भी अधर में लटक गई. तीन माह बीत जाने के बाद जब शिवराज मुख्यमंत्री के तौर पर सुसनेर आए तो परिजनों ने सीएम को इस मामले की याद दिलाई. जिसके बाद शिवराज सिंह ने आईजी को जांच के निर्देश दिए.
मौत पर हुआ था बवाल
19 फरवरी 2019 को सुसनेर के ग्राम परसुलियाकला निवासी ज्योति पाटीदार की संदिग्ध हालत में लाश मिली थी. मृत बालिका की मुंह में कपड़ा होने से कई सवाल खड़े हुए थे. नाबालिक की मौत के समय भी सही जांच ना होने का आरोप लगे थे. जिसके बाद खूब बवाल हुआ था. इतना ही नहीं गांव की महिलाओं ने इंदौर कोटा राजमार्ग पर करीब चार घंटे तक चक्काजाम भी किया था.