आगर मालवा। कृषि कानून के विरोध में किसानों द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने अपनी राय रखी है. उमेश शर्मा ने दिल्ली में किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन को कांग्रेस और वामपंथियों द्वारा प्रायोजित आंदोलन बताया. प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि यह बिल किसानों के हित में है और सरकार किसानों से शांतिपूर्ण बातचीत के लिए तैयार है. इस बिल जरूरी लगा तो इसमें संशोधन भी किया जा सकता है.
आंदोलन में घुसे अराजकता फैलाने वाले लोग
भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने बार-बार कहा है हम अभी भी कह रहे हैं हम बातचीत के लिए तैयार हैं. मध्य मार्ग निकालने को तैयार है और मुझे लगता है कि किसान भाई जो आंदोलन कर रहे हैं. उस किसान शक्ति का दुरुपयोग करने के लिए कुछ अराजक लोग इस आंदोलन में घुस आए हैं. उन्होंने कहा कि 'शहीद इमाम को रिहा करो, सुधा राव को रिहा करो, उमर खालिद को रिहा करो'. इसका किसान और खेती से क्या लेना-देना है.
यह नारे किसान लगा रहा है ऐसा नहीं है. किसान के आंदोलनों को कुछ अराजक लोगों ने हाईजैक कर लिया है. विशेष करके जो वामपंथी मानसिकता ने, जो टुकड़े-टुकड़े गैंग है जो नारे लगाते हैं 'भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह इंशाल्लाह' आप बताइए कि किसान के आंदोलन में किसान नारे लगाए कि हमें अपनी उपज का मूल्य चाहिए.
आंदोलन में घुस आए हैं अराजक लोग
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन होना चाहिए तो स्वागत योग्य है, लेकिन यह कौन सा नारा होता है कि 'भारत बनेगा खालिस्तान यह कौन सा नारा होता है', लेकर रहेंगे 'कश्मीर यह कौन सा नारा होता है, मर जा मोदी मर जा मोदी'. कुछ अराजक लोग आंदोलन घुस आए हैं जो बातचीत के मार्ग को अवरूद्ध कर रहे हैं.
जो एनजीओ वहां आए हैं, पैरों के मसाज करने की मशीन लगाई गई है, पिज़्ज़ा के स्टाल लगाए गए हैं, ड्राई फूड का हलवा बनाया जा रहा हैं. बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है. किसान भाइयों को सुविधा देना चाहिए लेकिन लोगों के चेहरे को बेनकाब करना पड़ेगा यह कौन लोग है जो एडिडास का टीशर्ट और जूते पहन के वहां एक्सरसाइज कर रहे हैं.