अशोकनगर। जिले में खाद्य वितरण को लेकर अब समस्याएं खड़ी हो गई हैं. कृषि विभाग के संरक्षण में निजी दुकान से यूरिया खाद का विक्रय किसानों के लिए कराया जा रहा था, जहां किसान और व्यापारी के विवाद के बाद दुकान को बंद कर दिया गया, जिससे नाराज किसानों ने बाइपास पर चक्का जाम कर दिया. थाना प्रभारी उपेंद्र भाटी ने मौके पर पहुंचकर चक्काजाम को खुलवाया. इस दौरान किसानों ने थाना प्रभारी पर मारपीट का आरोप भी लगाया.
यूरिया वितरण के दौरान अधिक किसानों की संख्या देखी गई, तो निर्देशानुसार निजी दुकानों पर यूरिया का वितरण कराया गया, जिसके बाद किसानों को खाद्य विपणन केंद्र से यूरिया की 2 बोरियों की पर्चियां दी गई, जिसके बाद दुकान संचालक ने यूरिया के साथ सल्फर की बोरी थमा दी और 300 रुपये लेने लगा. किसानों ने दुकान के बाहर जमकर हंगामा किया, जिससे परेशान होकर दुकान संचालक ने दुकान की शटर को बंद कर दिया.
पुलिस पर किसानों ने लगाए मारपीट के आरोप
किसानों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर सड़क पर बैठे थे, तभी टीआई ने धक्का दिया और मारपीट की. इसी दौरान 2 किसानों को पुलिस वाहन में बिठाया गया. इस बात का विरोध करते समय टीआई भड़क गए और धक्का-मुक्की करते हुए हाथापाई करने लगे.
कोतवाली प्रभारी उपेंद्र भाटी का कहना है कि किसानों ने जो आरोप लगाए हैं वो बेबुनियाद हैं. सड़क जाम होने की वजह से लोग परेशान हो रहे थे, जिसकी वजह से किसानों को हटाया गया. उनका ये भी कहना है कि कृषि विभाग के अधिकारियों को इस बात का ध्यान देना चाहिए था कि किसानों को यूरिया के साथ सल्फर नहीं देना चाहिए था.