ETV Bharat / international

Corona in US: टीकाकरण मुहीम के बीच एक साल में मौत का आंकड़ा 800,000 के पार

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अफसोस जताया कि अमेरिका में मौत के कई मामले (Many cases of death in America) ऐसे रहे जो हृदयविदारक रहे क्योंकि उन्हें टीके के माध्यम से रोका जा सकता था. टीके एक साल पहले दिसंबर के मध्य में उपलब्ध हो गए थे और इस साल अप्रैल के मध्य तक सभी वयस्कों के लिए इसे सुलभ कर दिया था.

अमेरिका में कोविड-19
अमेरिका में कोविड-19
author img

By

Published : Dec 15, 2021, 11:08 AM IST

बाल्टीमोर (अमेरिका) : अमेरिका में कोविड-19 (Covid-19 in US) से मरने वालों की संख्या (death toll in US) मंगलवार को 800,000 के पार पहुंच गई, इनमें 200,000 से अधिक लोगों की जान तब गई जब टीके उपलब्ध थे. जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय (Johns Hopkins University) द्वारा संकलित मौतों की संख्या अटलांटा और सेंट लुइस की साझा या मिनियापोलिस और क्लीवलैंड की कुल जनसंख्या के बराबर है.

अमेरिका में किसी भी देश की तुलना में मृतक संख्या सबसे अधिक है. अमेरिका में दुनिया की आबादी का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन दो साल पहले चीन में महामारी की शुरुआत के बाद हुई मौत के 53 लाख ज्ञात मामलों के लगभग 15 प्रतिशत मामले अमेरिका से है. माना जाता है कि अमेरिका और दुनिया भर में वास्तविक मृत्यु दर काफी अधिक है, क्योंकि मौत के कई मामलों को अनदेखा या छुपाया गया था. वाशिंगटन विश्वविद्यालय (University of Washington) के पूर्वानुमान मॉडल में एक मार्च तक अमेरिका में कुल 880,000 से अधिक मौत का अनुमान है.

पढ़ें : Corona Update : भारत में पिछले 24 घंटे में 6,984 नए मामले, 247 मौतें दर्ज

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अफसोस जताया कि अमेरिका में मौत के कई मामले (Many cases of death in America) ऐसे रहे जो हृदयविदारक रहे क्योंकि उन्हें टीके के माध्यम से रोका जा सकता था. टीके एक साल पहले दिसंबर के मध्य में उपलब्ध हो गए थे और इस साल अप्रैल के मध्य तक सभी वयस्कों के लिए इसे सुलभ कर दिया था. लगभग 20 करोड़ अमेरिकियों या आबादी के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. वहीं, वायरस को नियंत्रण में रखने के लिए वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बहुत कम है.

जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक महामारी विज्ञानी डॉ. क्रिस बेयरर ने कहा कि वर्तमान में जिन लोगों की संक्रमण से मौत हो रही है, उनकी जान बचायी जा सकती थी. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि उन्होंने टीके नहीं लिए थे और आप जानते हैं कि यह एक भयानक त्रासदी है. जब टीकाकरण की पहली बार शुरुआत की गई, तब देश में मरने वालों की संख्या लगभग 300,000 थी. जून के मध्य में यह संख्या 600,000 और एक अक्टूबर में 700,000 के पार पहुंच गई.

(पीटीआई-भाषा)

बाल्टीमोर (अमेरिका) : अमेरिका में कोविड-19 (Covid-19 in US) से मरने वालों की संख्या (death toll in US) मंगलवार को 800,000 के पार पहुंच गई, इनमें 200,000 से अधिक लोगों की जान तब गई जब टीके उपलब्ध थे. जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय (Johns Hopkins University) द्वारा संकलित मौतों की संख्या अटलांटा और सेंट लुइस की साझा या मिनियापोलिस और क्लीवलैंड की कुल जनसंख्या के बराबर है.

अमेरिका में किसी भी देश की तुलना में मृतक संख्या सबसे अधिक है. अमेरिका में दुनिया की आबादी का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन दो साल पहले चीन में महामारी की शुरुआत के बाद हुई मौत के 53 लाख ज्ञात मामलों के लगभग 15 प्रतिशत मामले अमेरिका से है. माना जाता है कि अमेरिका और दुनिया भर में वास्तविक मृत्यु दर काफी अधिक है, क्योंकि मौत के कई मामलों को अनदेखा या छुपाया गया था. वाशिंगटन विश्वविद्यालय (University of Washington) के पूर्वानुमान मॉडल में एक मार्च तक अमेरिका में कुल 880,000 से अधिक मौत का अनुमान है.

पढ़ें : Corona Update : भारत में पिछले 24 घंटे में 6,984 नए मामले, 247 मौतें दर्ज

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अफसोस जताया कि अमेरिका में मौत के कई मामले (Many cases of death in America) ऐसे रहे जो हृदयविदारक रहे क्योंकि उन्हें टीके के माध्यम से रोका जा सकता था. टीके एक साल पहले दिसंबर के मध्य में उपलब्ध हो गए थे और इस साल अप्रैल के मध्य तक सभी वयस्कों के लिए इसे सुलभ कर दिया था. लगभग 20 करोड़ अमेरिकियों या आबादी के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. वहीं, वायरस को नियंत्रण में रखने के लिए वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बहुत कम है.

जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक महामारी विज्ञानी डॉ. क्रिस बेयरर ने कहा कि वर्तमान में जिन लोगों की संक्रमण से मौत हो रही है, उनकी जान बचायी जा सकती थी. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि उन्होंने टीके नहीं लिए थे और आप जानते हैं कि यह एक भयानक त्रासदी है. जब टीकाकरण की पहली बार शुरुआत की गई, तब देश में मरने वालों की संख्या लगभग 300,000 थी. जून के मध्य में यह संख्या 600,000 और एक अक्टूबर में 700,000 के पार पहुंच गई.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.