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विक्रम विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों का नया कारनामा: BA के पेपर में कर दिया B.Com प्रिंट, कुलपति ने कंपनी को थमाया नोटिस

उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय में BA सेकंड ईयर की परीक्षा के पेपर को देखकर शिक्षकों में हड़कंप मच गया. पेपर में बीए की जगह बी.कॉम प्रिंट था. इस पर छात्रों ने सवाल उठाए. कुलपति ने प्रिंट करने वाली कंपनी को नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही डीआर, एआर, परीक्षा कंट्रोलर की समिति बनाई है जो जल्द रिपोर्ट पेश करेगी. (B.Com print in BA second year paper)

BCom print in BA second year paper
उज्जैन में बीए के पेपर में बीकॉम प्रिंट
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Published : Apr 22, 2022, 12:55 PM IST

उज्जैन। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Higher Education Minister Mohan Yadav) के गृह जिले में स्थित विक्रम विश्वविद्यालय (Ujjain Vikram University) हमेशा किसी न किसी गड़बड़ी की वजह से चर्चा में बना रहता है. लेकिन यह खबर आपको हैरान कर सकती है. BA सेकंड ईयर के कंप्यूटर एप्लीकेशन के परीक्षा पेपर में B.Com प्रिंट था. जी हां विश्वविद्यालय की अजब-गजब व्यवस्था ने कुछ ऐसा ही कारनामा किया है. परीक्षा सेंटरों पर पेपर को खोला गया तो शिक्षकों में हड़कंप मच गया. जिसके बाद तत्काल परीक्षा केन्द्र से विश्व विद्यालय को अवगत कराया गया.

BCom print in BA second year paper
उज्जैन में बीए के पेपर में बीकॉम प्रिंट

पेपर की गोपनियता भंग होने के आरोप: परीक्षाओं का दौर जारी है. ऐसे में कहीं से नकल प्रकरण के केस सामने आ रहे हैं तो कहीं कुछ. लेकिन सागर के विक्रम विश्वविद्यालय में शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है. बीए की जगह बीकॉम प्रिंट को देखकर आनन फानन में किसी ने ब्लू पैन से बीकॉम लिखे हुए को काट कर बी.ए कर दिया. पेपर जब छात्रों के पास पहुंचा तो छात्र सवाल खड़े करने लगे कि पेपर की गोपनियता भंग की गई है.

civil service day: CM के कार्यक्रम में बिजली गुल, 15 मिनट तक अंधेरे में देते रहे भाषण, ऊर्जा मंत्री ने दिए मामले की जांच के आदेश

कुलपति ने दी मामले में सफाई: घटनाक्रम सामने आने के बाद कुलपति अखिलेश कुमार पांडे ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि प्रिंट करने वाली कंपनी को कारण बताओ नोटिस दिया गया है. जांच टीम गठित की है व पेपर की गोपनीयता किसी भी तरह से भंग नहीं हुई है. सेंटरों पर पहुंचने के बाद ही पेपर खुले हैं. उन्होंने कहा प्रिंट करने वाली कंपनी ने ही उस पर पेन से करेक्शन किया है.

BCom print in BA second year paper
बीकॉम प्रिंट को देख छात्रों ने लगाए गोपनियता भंग के आरोप
रिपोर्ट पेश करने के लिए गठित की समिति: सभी परीक्षा केंद्रों से सूचना कुलपति के पास पहुंची तो हड़कंप मच गया. जिसके तत्काल बाद कुलपति ने प्रिंट करने वाली कंपनी से इस बारे में बात की. कंपनी ने बताया कि ये गलती प्रिंट से पहले टाइपिंग मिस्टेक के कारण हुई है. जिसे प्रिंट हो जाने के बाद पेन से सुधारा गया है. कुलपति ने कंपनी को नोटिस जारी कर पूछा कि यह सूचना जिम्मेदार लोगों को क्यों नहीं दी. अगर दी तो किसे दी? कुलपति ने इस मामले में डीआर, एआर, परीक्षा कंट्रोलर की समिति बनाई है जो जल्द रिपोर्ट पेश करेगी.

कारनामों के चलते सुर्खियों में रह चुका है विश्वविद्यालय: इससे पहले विक्रम विश्वविद्यालय (Vikram University) पेपर लीक की शिकायत, वेबसाइट हैक होने की शिकायत, दो प्रोफेसर्स के बीच मारपीट के मामले को लेकर सुर्खियों में रह चुका है. जबकि प्रोफेसर सभरवाल हत्याकांड को लेकर भी यूनिवर्सिटी चर्चा में रही है, तब ABVP के कार्यकर्ताओं पर प्रोफेसर की हत्या का आरोप लगा था. इसके अलावा NSUI ने एक बार विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ की थी. एबीवीपी के कार्यकर्ता और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे.

(Ujjain Vikram University News) (BCom print in BA second year paper) (mp higher education scandal)

उज्जैन। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (Higher Education Minister Mohan Yadav) के गृह जिले में स्थित विक्रम विश्वविद्यालय (Ujjain Vikram University) हमेशा किसी न किसी गड़बड़ी की वजह से चर्चा में बना रहता है. लेकिन यह खबर आपको हैरान कर सकती है. BA सेकंड ईयर के कंप्यूटर एप्लीकेशन के परीक्षा पेपर में B.Com प्रिंट था. जी हां विश्वविद्यालय की अजब-गजब व्यवस्था ने कुछ ऐसा ही कारनामा किया है. परीक्षा सेंटरों पर पेपर को खोला गया तो शिक्षकों में हड़कंप मच गया. जिसके बाद तत्काल परीक्षा केन्द्र से विश्व विद्यालय को अवगत कराया गया.

BCom print in BA second year paper
उज्जैन में बीए के पेपर में बीकॉम प्रिंट

पेपर की गोपनियता भंग होने के आरोप: परीक्षाओं का दौर जारी है. ऐसे में कहीं से नकल प्रकरण के केस सामने आ रहे हैं तो कहीं कुछ. लेकिन सागर के विक्रम विश्वविद्यालय में शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है. बीए की जगह बीकॉम प्रिंट को देखकर आनन फानन में किसी ने ब्लू पैन से बीकॉम लिखे हुए को काट कर बी.ए कर दिया. पेपर जब छात्रों के पास पहुंचा तो छात्र सवाल खड़े करने लगे कि पेपर की गोपनियता भंग की गई है.

civil service day: CM के कार्यक्रम में बिजली गुल, 15 मिनट तक अंधेरे में देते रहे भाषण, ऊर्जा मंत्री ने दिए मामले की जांच के आदेश

कुलपति ने दी मामले में सफाई: घटनाक्रम सामने आने के बाद कुलपति अखिलेश कुमार पांडे ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि प्रिंट करने वाली कंपनी को कारण बताओ नोटिस दिया गया है. जांच टीम गठित की है व पेपर की गोपनीयता किसी भी तरह से भंग नहीं हुई है. सेंटरों पर पहुंचने के बाद ही पेपर खुले हैं. उन्होंने कहा प्रिंट करने वाली कंपनी ने ही उस पर पेन से करेक्शन किया है.

BCom print in BA second year paper
बीकॉम प्रिंट को देख छात्रों ने लगाए गोपनियता भंग के आरोप
रिपोर्ट पेश करने के लिए गठित की समिति: सभी परीक्षा केंद्रों से सूचना कुलपति के पास पहुंची तो हड़कंप मच गया. जिसके तत्काल बाद कुलपति ने प्रिंट करने वाली कंपनी से इस बारे में बात की. कंपनी ने बताया कि ये गलती प्रिंट से पहले टाइपिंग मिस्टेक के कारण हुई है. जिसे प्रिंट हो जाने के बाद पेन से सुधारा गया है. कुलपति ने कंपनी को नोटिस जारी कर पूछा कि यह सूचना जिम्मेदार लोगों को क्यों नहीं दी. अगर दी तो किसे दी? कुलपति ने इस मामले में डीआर, एआर, परीक्षा कंट्रोलर की समिति बनाई है जो जल्द रिपोर्ट पेश करेगी.

कारनामों के चलते सुर्खियों में रह चुका है विश्वविद्यालय: इससे पहले विक्रम विश्वविद्यालय (Vikram University) पेपर लीक की शिकायत, वेबसाइट हैक होने की शिकायत, दो प्रोफेसर्स के बीच मारपीट के मामले को लेकर सुर्खियों में रह चुका है. जबकि प्रोफेसर सभरवाल हत्याकांड को लेकर भी यूनिवर्सिटी चर्चा में रही है, तब ABVP के कार्यकर्ताओं पर प्रोफेसर की हत्या का आरोप लगा था. इसके अलावा NSUI ने एक बार विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ की थी. एबीवीपी के कार्यकर्ता और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे.

(Ujjain Vikram University News) (BCom print in BA second year paper) (mp higher education scandal)

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