उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर के नंदी हॉल में देशभर में अच्छे मॉनसून और बारिश होने की कामना करते हुए भगवान महाकाल का महारुद्राभिषेक किया जा रहा है. मंदिर के 16 पुजारी और 21 पुरोहित 4 दिन के इस महारुद्राभिषेक को करा रहे हैं. 23 से 27 जून तक विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर में हो रहे अभिषेक के पहले दिन परंपरा के मुताबिक जिला कलेक्टर जो मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भी होते हैं विशेष पूजा में शामिल हुए.
हर साल निभाई जाती है परंपरा: मंदिर में प्रत्येक वर्ष परंपरा के अनुसार भगवान महाकाल के शीश पर शीतल जलधारा प्रवाहित की जाती है. ब्राह्मण वेदमंत्र की ऋचाओं से भगवान का अभिषेक पूजन कर देश, प्रदेश में श्रेष्ठ वर्षा की प्रार्थना करते हैं. 4 दिन तक होने वाले इस महारुद्राभिषेक कार्यक्रम में पुजारी, पुरोहित और पांडित्य की शिक्षा ग्रहण कर रहे बटुक भी शामिल होते हैं.
सूर्यदेव का प्रकोप कम करने के लिए किया जाता है रूद्राभिषेक: बाबा महाकाल के मंदिर में समय समय पर अनुष्ठान किया जाता है. इसी क्रम में इस वर्ष गर्मी में सूर्य देव का प्रकोप ज्यादा दिखाई दिया इसलिए महारुद्राभिषेक कर देश में अच्छे मॉनसून और श्रेष्ठ बारिश की कामना की जा रही है. यह पंचदिवसिय महारुद्राभिषेक 27 जून तक चलेगा. जिसमें गर्मी के प्रकोप से नागरिकों को राहत मिलने, जनहानि जैसे हालात न बनने और अच्छी वर्षा की कामना के लिए किया जा रहा है. पहले दिन के कार्यक्रम में शामिल हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि
महारुद्राभिषेक का जो क्रम आज से शुरू हुआ है य पंच दिवसीय है जो न केवल अच्छी वर्षा के लिए बल्कि विश्व कल्याण के लिए किया जाने वाला अभिषेक है. बाबा महाकाल की कृपा दृष्टि सब पर बनी रहे मैं आज के पूजन में शामिल हुआ यह क्रम 5 दिन तक निरंतर चलता रहेगा.
आशीष सिंह, कलेक्टर , उज्जैन