सतना। सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लाख दावे करे, लेकिन तस्वीरें तो कुछ ओर कहानी बयां करती है. विकास के नाम पर सरकार ने सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र तो बनवा दिया, लेकिन सुविधाएं देना भूल गई. केन्द्र पर ना डॉक्टर दिखाई देते हैं, ना स्टाफ, ना चौकीदार दिखाई देते हैं और ना जिम्मेदार, बस कुत्तों का कब्जा जरूर दिखाई देता है. सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में आपको जहां-तहां कुत्ते घूमते हुए दिख जाएंगे.
मझगवां तहसील के बरौंधा स्वास्थ्य केंद्र का हाल बेहाल दिखाई देता है. यहां सभी कमरों में सिर्फ ताले दिखाई देते हैं, चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है, फर्श पर कीड़े बीमारी को आंमत्रण दे रहे हैं और पंखे की चाल तो विकास की चाल से भी धीमी नजर आ रही है, फिर भी जिम्मेदार मौन साधे बैठे हैं. बता दें कि सतना का बरौंधा कुपोषित क्षेत्र में आता है, उसके बावजूद यहां का ये हाल है.
पूरे स्वास्थ्य केंद्र में मरीज और कुत्तों के अलावा कोई भी अधिकारी दिखाई नहीं देता. कुत्तों का कब्जा सिर्फ स्वास्थ्य केंद्र में ही नहीं, बल्कि मरीजों के बेड पर भी रहता है. हैरानी की बात तो ये है कि जिस कमरे में नवजात के साथ प्रसूता थी, उसमें गंदगी का अंबार लगा था और फर्श पर कीड़े चल रहे थे. इससे प्रसूता और नवजात को गंभीर संक्रमण का खतरा है.
वहीं स्वास्थ्य केंद्र के फार्मासिस्ट ने कहा कि छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज वे खुद कर देते हैं और जरूरी होने पर मरीजों को रेफर करने के अलावा कोई चारा नहीं होता है.
CMHO ने भी डॉक्टर्स और स्टाफ की कमी को स्वीकार किया. वहीं स्वास्थ्य केंद्र में कुत्तों के घूमने की बात पर उन्होंने वार्ड ब्वॉय और एएनएम पर कार्रवाई की बात कही है.