सतना। जिले में एक शर्मनाक मामला सामने आया है. शहर के पन्ना नाका उमरी मोहल्ले में वर्मा परिवार के परिजन कोविड पॉजिटिव घर में आइसोलेट थे. जिनकी सोमवार सुबह 9 बजे मृतु हो गई. शव के दाह संस्कार के लिए परिजनों ने शव को दरकिनार करते हुए नगर निगम का इंतजार किया. नगर निगम की टीम ने मृतक के शव को रात में दाह संस्कार के लिए ले गई. जब तक नगर निगम की टीम शव को ले नहीं गई तब तक परिजन ने शव की ओर देखा तक नही.
- 13 घंटे घर में पड़ा रहा शव
सतना जिले में एक बेहद संवेदनशील मामला सामने आया. हम बात कर रहे हैं सतना शहर के पन्ना नाका उमरी मोहल्ले के वर्मा परिवार की. इनके घर का एक सदस्य कोरोना पॉजिटिव होने के चलते घर मे आइसोलेट किया गया था, जिनका सोमवार सुबह करीब 9 बजे देहांत हो गया. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने किनारा काट लिया. सुबह से शाम तक मृतक के शव के दाह संस्कार के लिए नगर निगम का इंतजार करते रहे. लेकिन परिवार के किसी सदस्य ने उसके शव को प्रोटोकॉल का तहत उठाना तो दूर देखना भी उचित नहीं समझा. मृतक का शव घर ने रखा होने से परिजनों सहित आसपास के लोगो की चिंताए बढ़ गई. रात करीब 10 बजे जब नगर निगम की टीम मृतक के घर पहुंची तब मृतक के शव को घर से निकालकर उसे दाह संस्कार के लिए ले गए.
मांग के अनुरूप नहीं हो रही ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की आपूर्ति- प्रशासन
- प्रोटोकॉल के तहत कर सकते थे दाह संस्कार
इसके पूर्व जब कोविड से मृत्यु होने पर परिजन शव के दाह संस्कार करने के लिए शव को मांगने के लिए लाख प्रयास किए जाते थे, लेकिन अब घर में रखे शव के दाह संस्कार के लिए लोग नगर निगम का इंतजार कर कर रहे है. अगर परिजन चाहते तो कोविड-19 की पूरी किट के साथ मृतक का दाह संस्कार कर सकते थे, लेकिन परिजन ने इसे मुनासिब नहीं समझा और मृतक के शव को नगर निगम को सौंप दिया. जिसका कोविड के पूरे प्रोटोकॉल के तहत दाह संस्कार निगम की टीम ने किया.