सागर। रेहली विकासखंड के चांदपुर गेहूं खरीदी केंद्र के प्रभारी और गेहूं बेचने वाले एक किसान के बीच बातचीत का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में खरीदी केंद्र प्रभारी गेहूं की तुलाई के लिए किसान से पैसों की मांग कर रहा है. जब किसान ने ऐसा करने से मना किया तो उसने बताया कि उसे चपरासी से लेकर अधिकारी तक सभी को पैसा देना होता है. प्रभारी ने यह भी कहा कि, पार्टी फंड के लिए 1 लाख रूपये देने के लिए लिखित में आया है. खरीदी केंद्र प्रभारी अधिकारी किसान से वीडियो में यह कहते हुए साफ सुना जा रहा है कि पार्टी फंड में 10 हजार दे दो तो काम करवा दूंगा. इस मामले की शिकायत भी दर्ज हुई है. (sagar Wheat purchase fraud video viral)
यह है पूरा मामला: रेहली एसडीएम जितेंद्र पटेल के पास किसान पवन नामदेव ने एक शिकायत दर्ज कराई है. इसमें उन्होंने चांदपुर के गेहूं खरीदी केंद्र प्रभारी द्वारा गेहूं तुलाई के एवज पैसे मांगे जाने की बात कहते हुए अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत में किसान ने सबूत के तौर पर एक वीडियो भी पेश किया है. वीडियो में प्रभारी किसान से कह रहा है कि उसे सब को पैसा देना होता है. इसलिए गेंहूं तुलाई के लिए पैसा तो देना होगा. उसने यह भी स्वीकार कि अब तो पार्टी फंड में 1 लाख रुपए जमा करने के लिए उसे लिखित में चिट्ठी आई है.
खरीदी कम होगी तो इनकम नहीं होगी: जिस वीडियो के आधार पर शिकायत की गई है. उसमें किसान पवन नामदेव और केंद्र प्रभारी अजय गोस्वामी के बीच की बातचीत है. जिसमें केंद्र प्रभारी अजय गोस्वामी कह रहे हैं कि, खरीदी कम होगी तो इनकम नहीं होगी, घर का 5-6 लाख लगा कर तो नहीं कर सकते हैं. बूंद बूंद इकट्ठा करके घड़ा भरना होता है. किसान ने जब पैसे ना देने की कही तो अधिकारी उसे दूसरा रास्ता भी बताने लगा.
एसडीएम की दलील: रेहली एसडीएम (sdm) जितेंद्र पटेल के मुताबिक वीडियो के संबंध में शिकायत आई है. उससे खरीदी के लिए पैसा मांगा जा रहा है. इस मामले की जांंच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई गई है. तहसीलदार, कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी और सहकारिता निरीक्षक जांंच करेंगे. जांंच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
पार्टी फंड के लिए आई चिट्ठी: वायरल वीडियो में गेहूं खरीदी केंद्र प्रभारी को जब किसान पवन नामदेव पैसे ना देने की बात करता है तो केंद्र प्रभारी कहता है कि, नहीं देना है तो अलग रास्ता है. अड़ी वाली बात की जगह यहां नहीं होती है. यहां सिर्फ अपने से संबंधित ही बात होती है. तुम पार्टी फंड में 10 हजार का चंदा दे दो. हम करवा देंगे तुम्हारे गेहूं की तौल, हमें भी पार्टी फंड के लिए लिखित में 1 लाख रूपये जमा करने के लिए चिट्ठी आई है. हालांकि अधिकारी ने किसी पार्टी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इसे सत्ताधारी पार्टी से जोड़कर देखा जा रहा है.