शहडोल। जय सिंह नगर क्षेत्र के गांवों में हाथियों का उत्पात जारी है. 9 हाथियों का यह दल कुछ दिन पहले जयसिंह नगर आया है. हाथियों का यह दल गांवों में घुस कर घरों को नुकसान पहुंचा रहा है. फसलों को भी बर्बाद करा रहा है. यहां 3 दिन में 5 लोगों को हाथियों ने कुचलकर मार डाला है. वन विभाग (Forest Department) का कहना है कि गांव के लोग मना करने के बावजूद महुआ बीनने जंगल में जा रहे हैं और हादसे का शिकार हो रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने भी हाथियों के हमले में जान गंवाने वालों को परिजनों के प्रति दुख जताया है. (Madhya Pradesh Shahdol Terror of Elephants)
मुख्यमंत्री ने जताया दुख : सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर हाथियों के हमले से 5 नागरिकों की मौत को लेकर शोक व्यक्त किया है. सीएम ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति एवं परिजनों को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. मध्य प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों की हरसंभव सहायता करेगी. (Elephant Attack in shahdol Madhya Pradesh elephant)
लोगों को अन्य जगह पर किया जा रहा शिफ्ट: प्रशासन ने हाथियों के रास्ते में आने वाले 12 गांवों के 350 लोगों को पंचायत और स्कूल भवनों में शिफ्ट कर दिया है. यहां के युवा भी मदद कर रहे हैं. रात में हाथियों के मूवमेंट पर पटाखा और थाली बजाकर सूचना देते हैं. फॉरेस्ट अमला कह रहा है कि कुछ दिनों में ये सोननदी पार करके बांधवगढ़ की तरफ पनपथा रेंज पहुंच जाएंगे. 3-4 माह वहां रहेंगे. फिर लौटकर संजय गांधी नेशनल पार्क की तरफ बढ़ेंगे. हर साल इनका ऐसा ही मूवमेंट रहता है.
फॉरेस्ट विभाग की टीम कर रही ट्रैक : प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक फॉरेस्ट विभाग की टीम पटाखों, ट्रेंकुलाइज गन और अन्य उपकरणों के साथ हाथियों के पीछे लगी है. वन विभाग को उम्मीद है कि जल्द ही हाथियों का झुंड बांधवगढ़ पार्क में प्रवेश कर जाएगा. आसपास के 3 जिलों के डीएफओ के साथ पूरा वन अमला, राजस्व और पुलिस विभाग की टीम 7 दिन से हाथियों के मूवमेंट को ट्रैक कर रही है. ये टीम हाथियों से 100 से 200 मीटर की दूरी पर पटाखा, ट्रेंकुलाइज गन, लाठी और मशाल लेकर चल रहे हैं. गांव वालों को सचेत किया जा रहा है. वन विभाग को उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक हथियों का झुंड बांधवगढ़ के जंगलों में घुस जाएगा. लोगों को जंगल में जाने से रोक दिया गया है. कलेक्टर वंदना वैद्य खुद मॉनिटरिंग कर रही हैं.
मूवमेंट से किसानों की फसलों का नुकसान : बांधवगढ़, अनूपपुर के साथ शहडोल में जनकपुर के रास्ते से हाथियों ने प्रवेश किया है. हाथियों का मूवमेंट के साथ लगातार उत्पात भी बढ़ रहा है. पिछले कुछ सालों से अब तक में 17 लोगों की मौत हाथियों के हमले में हो चुकी है. हाथियों ने किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. मध्य प्रदेश के उमरिया और अनूपपुर में सबसे ज्यादा जंगली हाथियों का मूवमेंट है.