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मंदसौर: कैदियों के परिजनों ने जेल प्रशासन लगाए कई गंभीर आरोप

जेल में बंद कैदियों को घर का खाना और बाहर की वस्तुएं देना सख्त मना है. लेकिन इन कैदियों को घर का पसंदीदा खाना खाना दिए जाने के पीछे परिजनों ने कर्मचारियों पर भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. कैदियों के परिजनों का कहना है कि खाने के साथ ही बीड़ी सिगरेट और तंबाकू के अलावा प्रतिबंधित सामान भी जेल के कर्मचारी भारी रकम लेकर अंदर पहुंचा रहे हैं.

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Published : Mar 22, 2019, 6:38 PM IST

जिला जेल

मंदसौर। जिला जेल में हत्या, लूट और डकैती के अलावा मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में फिलहाल 570 कैदी सजा काट रहे हैं. बंद कैदियों के परिजनों ने जेल प्रशासन पर कैदियो को घटिया खाने देने और कई गुना पैसा लेकर कैदियों को जरूरत पूर्ति के सामान अंदर सप्लाई करने के आरोप लगाया हैं.


घटिया खाने की सप्लाई से परेशान कैदियों के परिजनों ने अब कैदियों को घर का खाना पहुंचाना शुरु कर दिया है. हालांकि जेल में बंद कैदियों को घर का खाना और बाहर की वस्तुएं देना सख्त मना है. लेकिन इन कैदियों को घर का पसंदीदा खाना खाना दिए जाने के पीछे परिजनों ने कर्मचारियों पर भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. कैदियों के परिजनों का कहना है कि खाने के साथ ही बीड़ी सिगरेट और तंबाकू के अलावा प्रतिबंधित सामान भी जेल के कर्मचारी भारी रकम लेकर अंदर पहुंचा रहे हैं.

जिला जेल

इन हालातों में कैदियों के परिजनों ने नियम कायदों को छोड़कर जेल में कैदियों को अच्छा खाना देने और जरूरत पूर्ति के सामान फ्री में पहुंचाने की भी मांग उठाई है. हाल ही में ट्रांसफर होकर आए जेलर एनएस राणा ने परिजनों के आरोपों को खारिज कर नियमानुसार ही व्यवस्थाएं देने की बात बताई हैं.

मंदसौर। जिला जेल में हत्या, लूट और डकैती के अलावा मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में फिलहाल 570 कैदी सजा काट रहे हैं. बंद कैदियों के परिजनों ने जेल प्रशासन पर कैदियो को घटिया खाने देने और कई गुना पैसा लेकर कैदियों को जरूरत पूर्ति के सामान अंदर सप्लाई करने के आरोप लगाया हैं.


घटिया खाने की सप्लाई से परेशान कैदियों के परिजनों ने अब कैदियों को घर का खाना पहुंचाना शुरु कर दिया है. हालांकि जेल में बंद कैदियों को घर का खाना और बाहर की वस्तुएं देना सख्त मना है. लेकिन इन कैदियों को घर का पसंदीदा खाना खाना दिए जाने के पीछे परिजनों ने कर्मचारियों पर भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. कैदियों के परिजनों का कहना है कि खाने के साथ ही बीड़ी सिगरेट और तंबाकू के अलावा प्रतिबंधित सामान भी जेल के कर्मचारी भारी रकम लेकर अंदर पहुंचा रहे हैं.

जिला जेल

इन हालातों में कैदियों के परिजनों ने नियम कायदों को छोड़कर जेल में कैदियों को अच्छा खाना देने और जरूरत पूर्ति के सामान फ्री में पहुंचाने की भी मांग उठाई है. हाल ही में ट्रांसफर होकर आए जेलर एनएस राणा ने परिजनों के आरोपों को खारिज कर नियमानुसार ही व्यवस्थाएं देने की बात बताई हैं.

Intro:मंदसौर। जिला जेल में बंद कैदियों के परिजनों द्वारा जेल प्रशासन और यहां मौजूद कई कर्मचारियों पर भारी अनियमितता के आरोप लगाए जाने के बाद जेल प्रशासन की व्यवस्थाएं कटघरे में खड़ी होती नजर आ रही है। हत्या, लूट और डकैती के अलावा मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में फिलहाल मंदसौर की जिला जेल में 570 कैदी सजा काट रहे हैं ।जेल में बंद कैदियों में से अधिकतर अपराधियों के परिजनों ने जेल प्रशासन पर केदियो को घटिया खाने देने और कई गुना पैसा लेकर कैदियों को जरूरत पूर्ति के सामान अंदर सप्लाई करने के आरोप लगाए हैं।...,,


Body:मंदसौर की जेल में बंद 570 कैदियों को कई दिनों से घटिया सप्लाई करने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि इस बात से नाराज के कैदी अब एक वक्त ही खाना खा रहे हैं ।और इस लिहाज से उनके परिजनों ने अब घर का खाना पहुंचाना शुरू कर दिया है। हालांकि जेल में बंद कैदियों को घर का खाना और बाहर की वस्तुएं देना नियम के सख्त खिलाफ है ।लेकिन इन कैदियों को घर का पसंदीदा खाना खाना दिए जाने के मामले में भी केदियो के परिजनों ने कर्मचारियों पर भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। कैदियों के परिजनों का कहना है कि खाने के साथ ही बीड़ी सिगरेट और तंबाकू के अलावा प्रतिबंधित सामान भी, जेल के कर्मचारी भारी रकम लेकर अंदर पहुंचा रहे हैं ।इन हालातों में कैदियों के परिजनों ने नियम कायदों को छोड़कर जेल में कैदियों को अच्छा खाना देने और जरूरत पूर्ति के सामान फ्री में पहुंचाने की भी मांग उठाई है। हालांकि हाल ही में ट्रांसफर होकर आए जेलर एन एस राणा ने परिजनों के आरोपों को खारिज कर ,नियमानुसार ही व्यवस्थाएं देने की बात बताई है।स
byte 1: प्रकाश चौहान, कैदी का परिजन
byte 2:एनएस राणा, जेल अधीक्षक, जिला जेल मंदसौर




विनोद गौड़, मंदसौर


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