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Swachhta Sarvekshan 2021: ओवर ऑल रैंकिंग में संस्कारधानी को मिला 179वां स्थान, होशंगाबाद का मान बढ़ा

केंद्र सरकार ने शनिवार को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 (Swachhta Sarvekshan 2021) के नतीजे घोषित किए. जिसमें जबलपुर की उम्मीदों पर एक बार फिर से पानी फिर गया. स्वच्छता सर्वेक्षण में जबलपुर दोबारा से पिछड़ गया है. स्वच्छता की परीक्षा में जबलपुर 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की रेकिंग में तीन पायदान नीचे खिसक गया है. होशंगाबाद की रैंकिंग में सुधार आया है.

Swachhta Sarvekshan 2021
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021
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Published : Nov 20, 2021, 8:16 PM IST

जबलपुर/होशंगाबाद। केंद्र सरकार ने शनिवार को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 (Swachhta Sarvekshan 2021) के नतीजे घोषित किए. जिसमें जबलपुर की उम्मीदों पर एक बार फिर से पानी फिर गया. स्वच्छता सर्वेक्षण में जबलपुर दोबारा से पिछड़ गया है. स्वच्छता की परीक्षा में जबलपुर 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की रैंकिंग में तीन पायदान नीचे खिसक गया है. जारी हुई रेंकिंग में जबलपुर को 20वां स्थान हासिल हुआ है, जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण में बीते साल जबलपुर को 17वीं रेंक मिली थी. वहीं बात करें होशंगाबाद की, तो इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में होशंगाबाद का मान बढ़ा है. पिछली बार की तुलना में इस बार रैंकिंग में सुधार आया है.

जबलपुर

देशभर की रैकिंग में भी पिछड़ी संस्कारधानी
देशभर में ओवर ऑल सफाई रैंकिंग (overall cleanliness ranking) में जबलपुर को बुरी तरह शिकस्त मिली है. वह 136 पायदान पिछड़ गया है. देशभर के शहरों की ओवर ऑल रैंकिंग में जबलपुर को मिला 179वां स्थान (Jabalpur ranked 179 in overall cleanliness ranking), जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में जबलपुर को 43 और 2019 में 25वीं रैंक मिली थी. स्वच्छता सर्वेक्षण के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपए फूंकने के बाद भी जबलपुर के इस तरह पिछड़ने पर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि जबलपुर के लिए राहत भरी खबर यह हो सकती है कि उसे गोल्ड श्रेणी में एक अवॉर्ड मिला है.

कांग्रेस ने लगाए आरोप
स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में जबलपुर के पिछड़ने से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने गंभीर आरोप लगाए. विनय सक्सेना ने कहा कि सफाई व्यवस्था में भ्रष्टाचार के कारण जबलपुर (Jabalpur News) स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ा है. शहर के हाल देखकर 20वीं नहीं बल्कि 40वीं रैंक मिलने की आशंका थी. विनय सक्सेना ने कहा कि जबलपुर से कोई मंत्री ना बनाए जाने से अधिकारी मनमानी करते हैं, जिन्हें शहर को आगे बढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं है. विनय सक्सेना ने सभी जनप्रतिनिधियों से मिलजुलकर जबलपुर के हक की लड़ाई लड़ने की अपील की है.

ये हैं इंदौर की 'इंदिरा', राष्ट्रपति ने Swachhta Mitra से किया सम्मानित, सालों से उठा रहीं सफाई का जिम्मा

होशंगाबाद

होशंगाबाद का बढ़ा मान
स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में होशंगाबाद का भी मान बढ़ा है (Hoshangabad ranking improved). होशंगाबाद (Hoshangabad News) ने एक से तीन लाख जनसंख्या वाली फास्टेस्ट मूवर वर्ष सिटी श्रेणी में फर्स्ट रैंक हासिल किया है. सीएमओ होशंगाबाद माधुरी शर्मा ने बताया कि देश में होशंगाबाद को एक से तीन लाख की आबादी वाली जनसंख्या में फास्टेस्ट मूवर के लिए सबसे तेज गति से सफाई करने के लिए यह अवार्ड मिला है. पिछले साल की रैंक की तुलना में इस साल 299 रैंक का उछाल आया है. पहले यह रैंक 361 थी जो अब 62 है.

जबलपुर/होशंगाबाद। केंद्र सरकार ने शनिवार को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 (Swachhta Sarvekshan 2021) के नतीजे घोषित किए. जिसमें जबलपुर की उम्मीदों पर एक बार फिर से पानी फिर गया. स्वच्छता सर्वेक्षण में जबलपुर दोबारा से पिछड़ गया है. स्वच्छता की परीक्षा में जबलपुर 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की रैंकिंग में तीन पायदान नीचे खिसक गया है. जारी हुई रेंकिंग में जबलपुर को 20वां स्थान हासिल हुआ है, जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण में बीते साल जबलपुर को 17वीं रेंक मिली थी. वहीं बात करें होशंगाबाद की, तो इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में होशंगाबाद का मान बढ़ा है. पिछली बार की तुलना में इस बार रैंकिंग में सुधार आया है.

जबलपुर

देशभर की रैकिंग में भी पिछड़ी संस्कारधानी
देशभर में ओवर ऑल सफाई रैंकिंग (overall cleanliness ranking) में जबलपुर को बुरी तरह शिकस्त मिली है. वह 136 पायदान पिछड़ गया है. देशभर के शहरों की ओवर ऑल रैंकिंग में जबलपुर को मिला 179वां स्थान (Jabalpur ranked 179 in overall cleanliness ranking), जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में जबलपुर को 43 और 2019 में 25वीं रैंक मिली थी. स्वच्छता सर्वेक्षण के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपए फूंकने के बाद भी जबलपुर के इस तरह पिछड़ने पर सवाल उठ रहे हैं. हालांकि जबलपुर के लिए राहत भरी खबर यह हो सकती है कि उसे गोल्ड श्रेणी में एक अवॉर्ड मिला है.

कांग्रेस ने लगाए आरोप
स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में जबलपुर के पिछड़ने से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने गंभीर आरोप लगाए. विनय सक्सेना ने कहा कि सफाई व्यवस्था में भ्रष्टाचार के कारण जबलपुर (Jabalpur News) स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ा है. शहर के हाल देखकर 20वीं नहीं बल्कि 40वीं रैंक मिलने की आशंका थी. विनय सक्सेना ने कहा कि जबलपुर से कोई मंत्री ना बनाए जाने से अधिकारी मनमानी करते हैं, जिन्हें शहर को आगे बढ़ाने में कोई दिलचस्पी नहीं है. विनय सक्सेना ने सभी जनप्रतिनिधियों से मिलजुलकर जबलपुर के हक की लड़ाई लड़ने की अपील की है.

ये हैं इंदौर की 'इंदिरा', राष्ट्रपति ने Swachhta Mitra से किया सम्मानित, सालों से उठा रहीं सफाई का जिम्मा

होशंगाबाद

होशंगाबाद का बढ़ा मान
स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में होशंगाबाद का भी मान बढ़ा है (Hoshangabad ranking improved). होशंगाबाद (Hoshangabad News) ने एक से तीन लाख जनसंख्या वाली फास्टेस्ट मूवर वर्ष सिटी श्रेणी में फर्स्ट रैंक हासिल किया है. सीएमओ होशंगाबाद माधुरी शर्मा ने बताया कि देश में होशंगाबाद को एक से तीन लाख की आबादी वाली जनसंख्या में फास्टेस्ट मूवर के लिए सबसे तेज गति से सफाई करने के लिए यह अवार्ड मिला है. पिछले साल की रैंक की तुलना में इस साल 299 रैंक का उछाल आया है. पहले यह रैंक 361 थी जो अब 62 है.

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