जबलपुर। यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध ने न सिर्फ पूरे देश की अर्थव्यवस्था को प्रभवित किया है, बल्कि हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं. इधर दो देशों के बीच चल रहे युद्ध का असर भारत में भी दिखने लगा है, मध्यप्रदेश में युद्ध को लेकर शांति की मांग की जा रही है. गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी की पेंटिंग्स के साथ जबलपुर के कलाकारों, रंगकर्मियों ने युद्ध के विरुद्ध अभियान छेड़ रखा है. जबलपुर के मालवीय चौक पर जमा कलाकारों ने रूस और यूक्रेन से अपनी कला के माध्यम से युद्ध खत्म करने की अपील की है.(jabalpur artist appeal to end war)
चित्रकारों ने पेंटिंग के जरिये किया युद्ध का विरोध
जबलपुर के चित्रकारों ने पेंटिंग के जरिये दोनों देशों से शांति की अपील की है. मालवीय चौक पर चित्रकार विनय अम्बर और अन्य कलाकारों ने महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध की पेंटिंग बनाकर रूस और यूक्रेन से युद्ध खत्म कर शांति की अपील की है. इस पेंटिंग में महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध के अलावा चिड़िया, मछलियां और एक बच्चे को गोद में लिए हुए महिला की पेंटिंग भी बनाई गई है, जो मनुष्य और अन्य जीवों की परेशानी को बयां कर रही है. (jabalpur artist appeal to end war through paintings)
कैनवास पर उकेरी युद्ध की विभीषिका
जबलपुर के मालवीय चौक में शन्ति के साथ अपने आर्ट के बीच चित्रकारों ने युद्ध का विरोध किया है. आर्टिस्ट गुलभारज कहती है कि किसी देश के बीच युद्ध होता है तो उस युद्ध को डेवलप किया जाता है, भले ही आज दो देशों के बीच युद्ध चल रहा है पर यह पूरी दुनिया में फैल चुका है, इस युद्ध से कहीं न कहीं हमारा देश भी प्रभावित है, क्योंकि कल कुछ भी हो सकता है. इस मुसीबत में कल हम भी आ सकते हैं. (Russia Ukraine War)
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कुछ इस प्रकार युद्ध का किया जा रहा विरोध
चित्रकार आशुतोष पांडे ने भी अपनी चित्रकारी के जरिए यूक्रेन और रूस के बीच हो रहे युद्ध का विरोध किया है. उन्होंने अपनी कला के बीच कुछ शब्द लिखे हैं, जिसमें लिखा हुआ हैं कि जो युद्ध के विरुद्ध नहीं वह युद्ध के पक्ष में है. जो युद्ध के पक्ष में है, वह मनुष्य के विरुद्ध है. जो मनुष्य के विरुद्ध है, उनको जानवरों की सूची में रखा जा सकता है. आशुतोष ने कहा कि युद्ध खुद एक समस्या है यह समस्या का समाधान नहीं है.