ETV Bharat / city

स्मार्ट सिटी बनाने के चक्कर में क्वालिटी से समझौता, रहवासी हो रहे परेशान

स्मार्ट सिटी बनाने के चक्कर में नगर निगम जबलपुर में हो रहे निर्माण कार्यों की क्वालिटी से समझौता कर रहा है. शहवासियों की शिकायत के बाद एएसपी अमृत मीणा और नगर निगम सीईओ ने इनका निरीक्षण किया है और नगर निगम को सुक्षाव दिए हैं.

inferior construction work in Jabalpur
शहर में किया गया निर्माण कार्य
author img

By

Published : Feb 8, 2020, 2:49 AM IST

Updated : Feb 8, 2020, 3:28 AM IST

जबलपुर। स्मार्ट सिटी बनाने के चक्कर में नगर निगम जबलपुर बेतरतीब ढंग से निर्माण कार्य करवा रहा है, जिसका उदाहरण सड़कों पर बनने वाले डिवाइडर हैं. सड़कों पर बढ़ रहे दबाव के चलते उनके चैड़ीकरण के साथ ही डिवाइडर भी बनाए जा रहे हैं लेकिन ये निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहे हैं. इन डिवाइडर्स के निर्माण में गुणवत्ता और इंजीनियरिंग की कमी भी दिख रही है.

निर्माण कार्यों की क्वालिटी से समझौता


जबलपुर में चल रहे निर्माण कार्य को लेकर हाल ही में यातायात विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया और नगर निगम के अधिकारियों को यातायात के हिसाब से निर्माण करने के सुझाव दिए. दरअसल, संस्कारधानी में करीब 25 लाख की आबादी है, इसके हिसाब से शहर की सड़कों को विकसित किया जाना है. नगर निगम द्वारा बीते कई सालों से शहर की सड़कों को व्यवस्थित करने का काम किया जा रहा है, लेकिन अभी तक शहर की कोई भी सड़क सही नहीं बन पाई है.


सड़कों पर जारी सीवर निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है. कई मार्गों पर महीनों तक सड़क खोदकर सीवर निर्माण का काम लगा दिया जाता है और लोगों को अवाजाही में परेशानी होती है. ऐसा ही कुछ सड़कों पर बने डिवाइडर्स में भी हो रहा है, जिसकी शिकायत शहरवासियों द्वारा यातायात विभाग के अधिकारियों से की गई थी.


शिकायत के बाद एएसपी अमृत मीणा और नगर निगम सीईओ ने इनका निरीक्षण किया साथ ही इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों से इसमें सुझाव लिए थे. यातायात अधिकारी का कहना है कि वे पहले ट्रायल के तौर पर टेम्परेरी डिवाइडर बनाकर निर्माण कार्य करवाते हैं, इसके बाद फिर पक्का निर्माण कराया जाता है.


बहरहाल, शहर के यातायात को सुधारने के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन अधिकारी इन सभी बातों को दरकिनार कर रहे हैं.

जबलपुर। स्मार्ट सिटी बनाने के चक्कर में नगर निगम जबलपुर बेतरतीब ढंग से निर्माण कार्य करवा रहा है, जिसका उदाहरण सड़कों पर बनने वाले डिवाइडर हैं. सड़कों पर बढ़ रहे दबाव के चलते उनके चैड़ीकरण के साथ ही डिवाइडर भी बनाए जा रहे हैं लेकिन ये निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहे हैं. इन डिवाइडर्स के निर्माण में गुणवत्ता और इंजीनियरिंग की कमी भी दिख रही है.

निर्माण कार्यों की क्वालिटी से समझौता


जबलपुर में चल रहे निर्माण कार्य को लेकर हाल ही में यातायात विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया और नगर निगम के अधिकारियों को यातायात के हिसाब से निर्माण करने के सुझाव दिए. दरअसल, संस्कारधानी में करीब 25 लाख की आबादी है, इसके हिसाब से शहर की सड़कों को विकसित किया जाना है. नगर निगम द्वारा बीते कई सालों से शहर की सड़कों को व्यवस्थित करने का काम किया जा रहा है, लेकिन अभी तक शहर की कोई भी सड़क सही नहीं बन पाई है.


सड़कों पर जारी सीवर निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है. कई मार्गों पर महीनों तक सड़क खोदकर सीवर निर्माण का काम लगा दिया जाता है और लोगों को अवाजाही में परेशानी होती है. ऐसा ही कुछ सड़कों पर बने डिवाइडर्स में भी हो रहा है, जिसकी शिकायत शहरवासियों द्वारा यातायात विभाग के अधिकारियों से की गई थी.


शिकायत के बाद एएसपी अमृत मीणा और नगर निगम सीईओ ने इनका निरीक्षण किया साथ ही इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों से इसमें सुझाव लिए थे. यातायात अधिकारी का कहना है कि वे पहले ट्रायल के तौर पर टेम्परेरी डिवाइडर बनाकर निर्माण कार्य करवाते हैं, इसके बाद फिर पक्का निर्माण कराया जाता है.


बहरहाल, शहर के यातायात को सुधारने के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन अधिकारी इन सभी बातों को दरकिनार कर रहे हैं.

Intro:स्मार्ट सिटी बनाने के चक्कर में नगर निगम जबलपुर बेतरतीब ढंग से निर्माण कार्य करवा रहा है जिसका उदाहरण सड़कों पर बनने वाले डिवाइडर भी हैं। Body:सड़कों पर बढ़ रहे दबाव के चलते उनके चैड़ीकरण के साथ ही डिवाइडर भी बनाए जा रहे हैं लेकिन ये निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहे हैं वहीं इन डिवाइडर्स के निर्माण में गुणवत्ता और इंजीनियरिंग की कमी भी दिख रही है। हाल ही में यातायात विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया और नगर निगम के अधिकारियों को यातायात के हिसाब से निर्माण करने के सुझाव दिए। दरअसल संस्कारधानी में करीब 25 लाख की आबादी है इसके हिसाब से शहर की सड़कों को विकसित किया जाना है। नगर निगम द्वारा बीते कई सालों से शहर की सड़कों को व्यवस्थित करने का काम किया जा रहा है लेकिन अभी तक शहर की कोई भी सड़क सही नहीं बन पाई है। सड़कों पर जारी सीवर निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है वहीं कई मार्गों पर महीनों तक सड़क खोदकर सीवर निर्माण का काम लगा दिया जाता है और लोगों को अवाजाही में परेशानी होती है। ऐसा ही कुछ सड़कों पर बने डिवाइडर्स में भी हो रहा है जिसकी शिकायत शहरवासियों द्वारा यातायात विभाग के अधिकारियों से की गई थी। इसके बाद एएसपी अमृत मीणा और नगर निगम सीईओ ने इनका निरीक्षण किया साथ ही इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों से इसमें सुझाव लिए थे। यातायात अधिकारी का कहना है कि वे पहले ट्रायल के तौर पर टेम्परेरी डिवाइडर बनाकर निर्माण कार्य करवाते हैं इसके बाद फिर पक्का निर्माण कराया जाता है।
बाइट- अमृत मीणा, एएसपी, ट्रैफिकConclusion:बहरहाल शहर के यातायात को सुधारने के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं लेकिन अधिकारी इन सभी बातों को दरकिनार कर रहे हैं।
Last Updated : Feb 8, 2020, 3:28 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.