जबलपुर। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिले के पांच कॉलोनाइजर को ब्लैक लिस्टेड (Blacklist) कर दिया है, ये कॉलोनाइजर प्रशासन के द्वारा दिये जा रहे बार-बार नोटिस के बावजूद कॉलोनियों का विकास कार्य समय पर नहीं पूरा कर रहे थे, कलेक्टर ने यह कार्रवाई कॉलोनी सेल के प्रभारी अधिकारी नम: शिवाय अरजरिया के प्रतिवेदन पर की है.
5 कॉलोनाइजर ब्लैकलिस्टेड
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने पांचों कॉलोनाइजर को ब्लैक लिस्टेड करने के साथ-साथ उनके द्वारा ग्राम पंचायत में बंधक रखे गये पच्चीस प्रतिशत भूखंडों का संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को निविदा आमंत्रित कर विक्रय करने के निर्देश भी दिये हैं, कलेक्टर द्वारा जिन कॉलोनाइजर और बिल्डरों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है, वह इस प्रकार से है.
- कल्याणिका एसोसिएट्स ने जबलपुर तहसील के ग्राम पड़रिया में 2.540 हेक्टेयर भूमि पर कॉलोनी बनाई गई है, यहां आंतरिक एवं बाह्य विकास कार्य नहीं करने पर कॉलोनाईजर को ब्लैक लिस्टेड करने के साथ ग्राम पंचायत में बंधक रखे गये 39 भूखंडों को निविदा आमंत्रित कर विक्रय करने के निर्देश नायब तहसीलदार खम्हरिया को दिये गये हैं.
- नितिन ढिमोले द्वारा नीमखेड़ा तहसील जबलपुर में 1.48 हेक्टेयर भूमि पर कॉलोनी का निर्माण किया गया है, इस कॉलोनाइजर को भी ब्लैक लिस्ट करने के साथ-साथ ग्राम पंचायत में बंधक रखे 23 भूखंडों का निविदा बुलाकर विक्रय करने के निर्देश नायब तहसीलदार खम्हरिया को दिये गये हैं.
- बिल्डर अजय केशवानी ने नीमखेड़ा में 0.68 हेक्टेयर भूमि पर कॉलोनी का निर्माण किया था, बिल्डर को ब्लैक लिस्टेड करने के साथ ही बंधक रखे सभी 8 भूखंडों का निविदा आमंत्रित कर विक्रय करने के निर्देश नायब तहसीलदार खम्हरिया को दिये गये हैं.
- कॉलोनाइजर मेसर्स आर.के राय द्वारा पिपरिया खुर्द तहसील जबलपुर में 3.136 हेक्टेयर भूमि पर कॉलोनी का निर्माण किया गया है, इस कॉलोनाइजर को ब्लैक लिस्ट करने के साथ ग्राम पंचायत में बंधक रखे सभी 47 भूखंडों को निविदा बुलाकर विक्रय करने के निर्देश नायब तहसीलदार खम्हरिया को दिये गये हैं.
कॉलोनियों के विकास के लिए डिजाइन तैयार करने के निर्देश
कॉलोनाइजर अनिल शर्मा ने तहसील पनागर के ग्राम पिपरिया बनियाखेड़ा में 2 लाख 17 हजार 352 वर्गमीटर भूमि पर कॉलोनी बनाई गई है, कॉलोनाइजर को भी ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है, साथ ही ग्राम पंचायत में बंधक रखे, सभी 25 भूखंडों का विक्रय निविदा बुलाकर करने के निर्देश तहसीलदार पनागर को दिये गये, कलेक्टर ने आदेश में कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को पांचों कॉलोनियों के विकास कार्यों के लिए डिजाइन तैयार करने के निर्देश भी दिये हैं.
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मकान बने लेकिन व्यवस्थाएं अधूरी
जिला प्रशासन की अचानक हुई इस ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद से अन्य बिल्डरों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है, जिला प्रशासन ने जिस तरह से आज जिले के 5 बड़े बिल्डरों पर कार्रवाई की है, उसके बाद से अब अन्य कॉलोनाइजर भी अपने दस्तावेजों को ठीक करने में जुटे हुए हैं, बता दें कि हाल ही में जबलपुर कलेक्टर के पास स्थानीय लोगों के द्वारा लगातार शिकायतें आ रही थी कि बिल्डरों ने उन्हें प्लाट और मकान तो दे दिए पर वहां पर व्यवस्थाएं नहीं की है.