जबलपुर। निजी हॉस्पिटल में आग लगने से 8 व्यक्तियों की मौत के बाद प्रशासन ने नियमों को ताक पर रखकर संचालित किए जा रहे हॉस्पिटल पर नकेल कसने का काम शुरू कर दिया है. (Jabalpur Private Hospitals Fire NOC) फायर एनओसी तथा अन्य मापदण्ड पूरे नहीं होने के कारण 24 निजी हॉस्पिटलों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं. (Jabalpur 24 Private Hospitals License Canceled) जिले में संचालित लगभग 150 से ज्यादा निजी हॉस्पिटलों और नर्सिंग कॉलेजों का निरीक्षण होना है.
24 अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त: सीएचएमओ ने बताया कि शहर और ग्रामीण क्षेत्र में फायर एनओसी के साथ अन्य मापदण्ड पूरा नहीं करने वाले 24 अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं. इसके अलावा 129 निजी हॉस्पिटलों का निरीक्षण कराया जा रहा है. निरीक्षण के लिए 43 डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है. एक टीम को 3 हॉस्पिटलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है. ये टीम 3 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. जिसके आधार पर निजी हॉस्पिटलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
घटना के बाद नींद से जागा प्रशासन: शिवनगर स्थित न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में सोमवार यानी कि, 1 अगस्त की दोपहर आग भडकी थी. इस अग्निकांड में 3 हॉस्पिटल स्टॉफ सहित 8 व्यक्तियों की मौत हो गई थी. 5 व्यक्ति घायल थे. हॉस्पिटल की प्रोविजनल फायर एनओसी भी मार्च माह में समाप्त हो गई और आपातकालीन गेट भी नहीं था. घटना के बाद अब नींद से जागे प्रशासन ने गली-गली में खुले निजी हॉस्पिटलों की जांच प्रारंभ कर दी है.