जबलपुर (Jabalpur Latest News)। एक तरफ जिला प्रशासन एंटी माफिया अभियान (Anti Mafiya Abhiyaan) चलाने का दावा कर रहा है और दूसरी तरफ कुछ भूमाफिया, अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी संपत्ति किराए पर चला रहे हैं. मामला जबलपुर के पुनीतनगर का है, जहां प्रतिबंध के बावजूद एक सरकारी मैदान को मैरिज लॉन की तरह चलाया जाता है. जिस वजह से वहां रहने वाले लोग काफी परेशान हैं. इस खेल में शामिल लोगों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने विरोध करने वाले एक आदिवासी परिवार के साथ बुरी तरह मारपीट की, लेकिन शिकायत के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
आदिवासी परिवार के साथ मारपीट
21 नवंबर को मध्यप्रदेश में जहां जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन की तैयारियां चल रहीं थी, वहीं जबलपुर के पुनीतनगर में एक आदिवासी परिवार के साथ मारपीट की गई. पुनीतनगर कॉलोनी में रहने वाले नीलेश कोल और उनके परिवार का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने यहां सरकारी मैदान पर अवैध रूप से शादी समारोह के आयोजन और उसमें की जा रही आतिशबाजी के अपने घर तक पहुंचने का विरोध किया था. जवाब में नीलेश कोल और उनके पूरे परिवार के साथ बुरी तरह मारपीट की गई (Beaten up Tribal Family Jabalpur). मामले की एफआईआर तो दर्ज हुई, लेकिन पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है.
RTI में खुलासा, प्रतिबंध के बावजूद शादी आयोजन
कुछ भूमाफिया इस सरकारी मैदान को शादी समारोह के लिए किराए पर चलाते हैं (Land Mafia Captures Government Land). जिस वजह से रहवासी क्षेत्र में रहने वाले लोगों की शांति भंग हो गई है. सड़क पर बेतरतीब पार्किंग से जहां लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं. वहीं अंधाधुंध आतिशबाजी से लोगों के घरों तक आग पहुंचती है. वहीं तेज आवाज से डीजे बजने की वजह से बच्चों की पढ़ाई तक मुश्किल हो जाती है. स्थानीय लोगों ने आरटीआई के तहत भी जानकारी जुटाई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पता चला कि मिल्क स्कीम के इस मैदान पर साल 2015 से ही किसी भी तरह के कार्यक्रम प्रतिबंधित हैं, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी बीते कुछ सालों में यहां 250 से ज्यादा शादियों के लिए बिजली के टीसी कनेक्शन दे चुके हैं.
मारपीट के बाद FIR दर्ज
आदिवासी परिवार के साथ मारपीट के बाद मामले में आधारताल पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, लेकिन आरोपियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस अधिकारी मामले की जांच और आरोपियों की तलाश जारी होने की बात कह रहे हैं. दूसरी तरफ बिजली कंपनी के अधिकारियों का अब कहना है कि वो सरकारी मैदान में टीसी कनेक्शन देना बंद करेंगे.